सरयू तट पर उमड़ा आस्था का सैलाब, दोपहर तक दस लाख से अधिक कांवड़ियों के जल भरने का अनुमान
गोंडा 29 अगस्त मंगलवार को पड़ने वाली कजली (हरितालिका) तीज को लेकर इस बार शिव भक्तों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। कोरोना के कारण दो साल बाद पड़ने वाले इस पर्व को लेकर सरयू तट पर शिव भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। करीब 60 किलोमीटर की दूरी नंगे पैर तय कर शिव भक्त पृथ्वीनाथ, बाबा दुखहरण नाथ मंदिर में जलाभिषेक करेंगे।
प्रशासन द्वारा जलाभिषेक को लेकर व्यापक प्रबंध किए गए हैं। सरयू तट पर करीब आधा दर्जन सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। कांवरियों को स्नान करने के लिए वेरीकेटिंग नदी में कराई गई है। प्रशासन द्वारा लगातार कांवरियों से नदी में बैरिकेडिंग न पार करने अपील की जा रही है। कर्नलगंज से लेकर पृथ्वीनाथ मंदिर तथा दुखहरण नाथ मंदिर तक जगह जगह विभिन्न समाजसेवी संगठनों द्वारा शिव भक्तों के लिए नि:शुल्क में भोजन चाय नाश्ता दवा तथा पैर धुलने के लिए गर्म पानी की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के मद्देनजर प्रमुख चौराहों व रास्ते में जगह-जगह पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है।
जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक लगातार भ्रमण कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। जिलाधिकारी ने पंडाल लगाने वाले आयोजकों से प्रतिबंधित दोना पत्तल गिलास चम्मच आदि का उपयोग न करने की अपील की है। शिव भक्तों को जल चढ़ाने में तथा उस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए दुखहरण नाथ मंदिर से लेकर शहीदे आजम सरदार भगत सिंह इंटर कॉलेज तक करीब 2 किलोमीटर वेरीकेडिंग कराई गई है,वहीं पृथ्वीनाथ मंदिर तक लाइन से जलाभिषेक करने के लिए महिला व पुरुषों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है। दोनों प्रमुख मंदिरों पर सीसीटीवी कैमरा के साथ चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। प्रशासन द्वारा भारी भीड़ को देखते हुए अर्ध रात्रि से ही जलाभिषेक का कार्यक्रम शुरू हो जाएगा।