संतो व महापुरुषों की कर्मभूमि रही है हरियाणा की पावन धरा : विक्रम जून
सिद्धार्थ राव, बहादुरगढ़। हरियाणा की पावन धरा संतो व महापुरुषों की कर्मभूमि रही है। भगवान श्रीकृष्ण ने भी कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर मानव को श्रीमद्भागवत गीता का ज्ञान दिया था। इसलिए पूरे विश्व में हरियाणा को हरि का निवास भी कहा जाता है। यह बात विधायक राजेंद्र सिंह जून के पुत्र विक्रम जून ने हलके के गांव आसौदा सिवान में बाल ब्रह्मचारी नान्हूराम मंदिर में आयोजित भंडारे तथा गांव निलोठी में समस्त ग्राम वासियों द्वारा आयोजित बाबा नेकी नाथ के भंडारे में प्रसाद ग्रहण करने के उपरांत कही। आसौदा सिवान में बाल ब्रह्मचारी नान्हूराम मंदिर व निलोठी गांव में बाबा नेकी नाथ के भंडारे में पहुंचे विधायक पुत्र विक्रम जून का आयोजकों ने फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया। विक्रम जून ने दोनो भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया तथा प्रसाद वितरण का सेवा कार्य कर पुण्य कमाया। आसौदा सिवान में आयोजित भंडारा कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए सुल्तान सिंह दलाल ने बताया कि मास्टर रामचंद्र ने अपने चाचा नान्हूराम की याद में बाल ब्रह्मचारी नान्हूराम मंदिर का निर्माण कराया था जिसमें पिछले 40 वर्षों से हर वर्ष गंगा स्नान के दिन भंडारे का आयोजन किया जाता है। सुल्तान सिंह दलाल ने बताया कि भंडारे में सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर जगदीश दलाल, विद्यानंद दलाल , सरपंच प्रतिनिधि लाला निलोठी, रवि प्रधान, वेद प्रधान, प्रदीप जून, एनएसयूआई नेता रविन्द्र जून , कुनाल, नीरज दलाल, राजेश दलाल, आशीष दलाल, सचिन दलाल आदि मौजूद रहे।