पंडित जवाहर लाल नेहरू के आदर्शों व योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता : सुरेंद्र पंवार
सोनीपत। विधायक सुरेंद्र पंवार ने कहा कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्व. जवाहर लाल नेहरू के अंदर देश को आजादी दिलाने का एक जज्बा था। उन्होंने देश को आजादी दिलाने में बड़ा योगदान दिया। आधुनिक भारत के निमार्ता पंडित जवाहर लाल नेहरू के आदर्शों और देश की आजादी दिलाने में दिए गए योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। विधायक सुरेंद्र पंवार प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर जिला कांग्रेस भवन, सुभाष चौक पर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित करने के उपरांत क्षेत्रवासियों को संबोधित कर रहे थे।
विधायक सुरेंद्र पंवार ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के प्रथम प्रधानमन्त्री थे और स्वतन्त्रता के पूर्व और पश्चात की भारतीय राजनीति में केन्द्रीय व्यक्तित्व थे। वे भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के सर्वोच्च नेता के रूप में उभरे। वे आधुनिक भारतीय राष्ट्र-राज्य, एक सम्प्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, और लोकतान्त्रिक गणतन्त्र – के वास्तुकार माने जाते हैं। बच्चे उन्हें चाचा नेहरू के रूप में जानते हैं। प्रधानमन्त्री के रूप में, वे भारत के सपने को साकार करने के लिए चल पड़े। भारत का संविधान 1950 में अधिनियमित हुआ, जिसके बाद उन्होंने आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक सुधारों के एक महत्त्वाकांक्षी योजना की शुरूआत की। विदेश नीति में, भारत को दक्षिण एशिया में एक क्षेत्रीय नायक के रूप में प्रदर्शित कर निरपेक्ष आन्दोलन में एक अग्रणी भूमिका निभाई। ऐसी महान शख्सियत को कोटि-कोटि नमन करते है। आज हम सभी को उनके दिखाए मार्ग पर चलने का अटूट संकल्प लेना होगा, ताकि हम देश के विकास में बढ चढकर योगदान दे सकें। इस दौरान एचपीएससी पूर्व सदस्य सुरेंद्र शर्मा, सुरेंद्र छिक्कारा, प्रेम अत्री एडवोकेट, ललित पंवार, प्रेम नारायण गुप्ता, भलेराम जांगड़ा, डॉ सतबीर निर्माण, कमल हसीजा, राजकुमार कटारिया, सतपाल चौहान, रवि कपूर, सरदार इंद्रपाल, हरिप्रकाश मंडल, पार्षद बिजेंद्र मलिक, पार्षद सूर्य दहिया, पार्षद नीतू दहिया, पार्षद मोनिका नागर, संतोष कादियान, शीला आंतिल, डॉ राकेश नरवाल, बिन्नी भारद्वाज, राजेश दहिया, एडवोकेट प्रशांत शर्मा, दयानंद बाल्मीकि, पवन गर्ग, महावीर सिंह, सीमा शर्मा, रजनी किराड़, रीना मलिक कृष्णा, कलावती पांचाल, रेखा, रणदीप दहिया, देवेंद्र शर्मा, रणदीप खोखर, नीटू मलिक, बिजेंद्र गोखी, महेंद्र, राजेंद्र, करतार, रामकरण जांगड़ा, रामकरण जांगड़ा, सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।