सम्मान के साथ पैतृक गांव में जवान का किया अंतिम संस्कार
औरैया, 06 नवम्बर। राजस्थान के बाड़मेर में बीते शुक्रवार की रात एक सड़क हादसे में वीरगति को प्राप्त हुए बीएसएफ जवान का पार्थिव शरीर गांव भर्रापुर पहुंचने पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिये हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। जय जवान-जय किसान, धीरज कुमार अमर रहें, भारत माता की जय के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा। इटावा लोकसभा सांसद, राज्यसभा सदस्य, विधायक, डीएम-एसपी व अन्य अधिकारियों ने गांव पहुंचकर शहीद जवान को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
फफूंद क्षेत्र के गांव भर्रापुर निवासी महेश कठेरिया के पुत्र धीरज कुमार बीएसएफ 83वीं यूनिट में कांस्टेबल के पद पर तैनात थे। इस समय उनकी तैनाती राजस्थान के बाड़मेर में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर थी। बीते शुक्रवार की रात अन्य जवानों के साथ मुख्यालय बाड़मेर जाते समय बीएसएफ वाहन में एक ट्राले ने टक्कर मार दी थी, जिसमें वह वीरगति को प्राप्त हो गए। रविवार सुबह विशेष विमान से उनका पार्थिव शरीर अमौसी एयरपोर्ट आया, जहां से यूनिट के जवान पार्थिव शरीर लेकर गांव भर्रापुर पहुंचे।
जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए फफूंद से भर्रापुर तक सड़क के दोनों ओर नगर और ग्रामीण इलाके के लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। गांव पहुंचने के बाद साथ में आई बीएसएफ जवानों की टुकड़ी ने उन्हें सलामी दी।इटावा सांसद रामशंकर कठेरिया, राज्यसभा सदस्य गीता शाक्य, सदर विधायक गुड़िया कठेरिया, जिला पंचायत अध्यक्ष कमल दोहरे, भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीराम मिश्रा, अंकित रंजन त्रिपाठी, लला त्रिपाठी, डीएम प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव, एसपी चारू निगम व अन्य अधिकारियों ने भी श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
गांव एवं क्षेत्र में जनपद के लाल के दिवंगत होने पर शोक की लहर थी। दिवंगत जवान की पत्नी निशा बेसुध होकर पति का फोटो सीने से लगाये थी। मां आशादेवी और पिता महेश कठेरिया रो-रोकर बेहाल थे। गांव में पार्थिव शरीर आते ही हर आंख नम हो गई।