असम में बाढ़ पीड़ितों को बचाते हुए शहीद हुआ झांसी का लाल,पार्थिव शरीर पहुंचा गांव
असम में बाढ़ पीड़ितों को बचाते हुए शहीद हुआ झांसी का लाल
झांसी,03 जुलाई । असम में बाढ पीड़ितों को बचाते समय झांसी जिले का लाल बृजेन्द्र सिंह गौर अपने कर्तव्य का निर्वाहन करते हुए शहीद हो गया। जैसे ही इसकी जानकारी सरकार में रहने वाले परिजनों और ग्रामीणों को हुई तो आस पास गांवों में भी शोक की लहर दौड़ गई। वही रविवार को शहीद का पार्थिव शरीर सकरार पहुंचा। जहां गॉर्ड ऑफ ऑनर देकर शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्र रही वही सभी शहीद को नम आंखो से विदाई दी। बताते चलें कि झांसी जिले के सकरार में रहने वाले वीरेन्द्र सिंह गौर के सुपुत्र बृजेन्द्र सिंह गौर एसएसबी असम में हवलदार पद पर तैनात थे। अभी हाल ही में असम में आई बाढ़ में पीड़ितों को बचाते समय झांसी का शहीद हो हो गया। रविवार को उनका पार्थिव शरीर झांसी पहुंचा जहां उनकी शहीद यात्रा निवाड़ी से तिगेला से सकरार तक निकाली गई।
यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। शहीद के अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने शहीद को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होनें शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि वीरों की धरती बुन्देलखण्ड के लाल बृजेन्द सिंह ने अपने कर्तव्य का निर्वाह करते हुये अपनी शहादत दी।
उन्होनें शहीद बृजेन्द सिंह की प्रतिमा सकरार में लगाये जाने की शासन-प्रशासन से मांग की। साथ ही उन्होनें कहा कि यदि शासन प्रशासन उनकी प्रतिमा नहीं लगवायेगा तो वह स्वंय के प्रयास से शहीद की प्रतिमा स्थापित करायेगें। इस दौरान उनके साथ जिला मीडिया कोआर्डिनेटर मजहरअली, अनिल रिछारिया, रहीशउददीन काजी शामिल हुए। वही मऊरानीपुर विधायिका डा. रश्मि आर्य के प्रतिनिधि जय प्रकाश आर्य उर्फ पप्पू सेठ ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि शहीद स्मृति में सकरार में प्रवेश द्वार बनवाया जायेगा। अंतिम संस्कार में जिला प्रशासन, सेना व पुलिस अधिकारियों के साथ ही राजनैतिक दल के नेता समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।