जन-जन तक पहुंचाई जाएगी गोडसे और नाना आप्टे की गाथा
मेरठ, 15 नवम्बर। अखिल भारत हिन्दू महासभा ने मंगलवार को नाथूराम गोडसे और नाना आप्टे की पुण्यतिथि को 73वें बलिदान दिवस के रूप में मनाया। इस दौरान नाथूराम गोडसे के भाई गोपाल गोडसे द्वारा लिखित पुस्तक को प्रदर्शित किया गया। हिन्दू महासभा ने गोडसे और नाना आप्टे की गाथा को आम जनता तक पहुंचाने का निर्णय लिया।
शारदा रोड स्थित अखिल भारत हिन्दू महासभा के कार्यालय पर नाथूराम गोडसे और नाना आप्टे की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। पंडित अशोक शर्मा के सानिध्य में गोडसे और आप्टे की प्रतिमाओं पर पुष्प अर्पित किए गए। इसके बाद हवन-पूजा के जरिए दोनों को याद किया गया।
हिन्दू महासभा के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि नाथूराम गोडसे और नाना आप्टे के बलिदान की गाथा को आम जनता तक पहुंचाया जाएगा। दोनों के जीवन चरित्र के बारे में बताते हुए भारत से संपूर्ण गांधीवाद को खत्म किया जाएगा। इस अवसर पर नाथूराम के छोटे भाई गोपाल गोडसे द्वारा लिखित पुस्तक को फिर से प्रदर्शित किया गया। इस पुस्तक को प्रतिबंधित कर दिया गया था। गोपाल गोडसे से न्यायालय में पैरवी करके इस प्रतिबंध को हटवाया। भविष्य में इस पुस्तक को प्रकाशित करके वितरित किया जाएगा।
भारत राजपूत ने कहा कि जल्दी ही भारत सरकार को खुला पत्र भेजकर भारत को पूर्ण हिंदू राष्ट्र घोषित करने और संसद भवन मार्ग का नाम बदल कर महान क्रांतिकारी हिंदू महासभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर सावरकर के नाम पर करने की मांग उठाई जाएगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्व हिंदू पीठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य मदन ने की।
मुख्य अतिथि हिंदू महासभा के राष्ट्रीय संरक्षक समिति के सदस्य सरदार सुरजीत सिंह, विशिष्ट अतिथि हिंदू डिफेंस के राष्ट्रीय संयोजक निशांत जिंदल, हिंदू महासभा के प्रदेश संयोजक दीपक त्यागी, संदीप शर्मा रहे। कार्यक्रम में अमित राणा, आयुष सिंघल, गोपाल कुमार, दीपक शर्मा, सावन कुमार, बबलू चौधरी, सोनू गोयल, अरविंद शर्मा आदि उपस्थित रहे।