हवाओं की बदली दिशाओं से साफ रहेगा आसमान
कानपुर, 23 अक्टूबर । दक्षिण-पश्चिम मानसून की देश से लगभग वापसी हो चुकी है। ऐसे में अब बारिश की कोई संभावना नहीं है और हिमालय में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से रात के तापमान में गिरावट होगी। इसके साथ ही हवाओं की बदली दिशाओं से आसमान साफ रहेगा, हालांकि बीच-बीच में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने रविवार को बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा के कई हिस्सों, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा, पूरे मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों से वापस हो चुका है। अगले 24 घंटों में मानसून पूरी तरह से विदा हो सकता है। उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र, तथा संबंधित चक्रवाती परिसंचरण के साथ समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। उत्तरी अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव के क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण से एक ट्रफ तमिलनाडु तट तक फैली हुई है। एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण पूर्व अरब सागर और उससे सटे केरल तट पर औसत समुद्र तल से 1.5 से 5.8 किमी के बीच बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पंजाब और आसपास के इलाकों में देखा जा सकता है।
बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 31.8 और न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 96 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 51 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 2.0 किमी प्रति घंटा रहीं। भारतीय मौसम विभाग से प्राप्त मौसम पूर्वानुमान के अनुसार आगामी सप्ताह आसमान साफ रहने के कारण बारिश की कोई संभावना नहीं है।