गांव जाहरी में फसल अवशेष जला रहे किसान के खेत में पहुंची कृषि विभाग की टीम
सोनीपत जिले में आगजनी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए कृषि विभाग की तरफ से गठित टीम आग की सूचना मिलते ही गांव जाहरी में पहुंची। जहां किसान फसल अवशेष खेत में जला रहा था। अधिकारियों ने मौके पर ही आग को बुझवाया। अधिकारियों ने किसान को सख्त चेतावनी देते हुए विभागीय कार्यवाही करने के लिए कहा। फसल अवशेष न जलाने पर किसान को प्रति एकड़ के हिसाब से एक हजार रुपये देने की योजना सरकार की तरफ से चलाई है। हालांकि उक्त योजना का लाभ मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पर रजिस्ट्रर किसान ही उठा सकते है।
बता देें कि खरीफ सीजन में फसल अवशेषों में आगजनी की घटनाओं पर लगाम कसने के लिए कृषि विभाग के आला अधिकारी फील्ड पर उतर गए है। सोमवार को जिला कृषि अधिकारी अनिल सहरावत, सहायक कृषि अभियंता नवीन हुड्डा, कृषि विभाग के एसएमएस आई.टी अधिकारी देवेन्द्र कुहाड़ ने जाहरी सहित विभिन्न गांवों का निरीक्षण किया। इस दौरान जाहरी गांव के पास एक खेत में फसल अवशेषों में आग लगी भी दिखाई दी, जिसके बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर फसल अवशेषों में लगी आग को बुझवाया। किसान को सख्त चेतावनी दी। मिली जानकारी के अनुसार जिले मेें 90 हजार हैक्टेयर भूमि में धान की फसल उगाई गई है। मौजूदा समय में धान की कटाई प्रक्रिया तेजी से की जा रही है। ऐसे में अवशेषों में आगजनी की घटनाएं बढने से वायु प्रदूषण का खतरा भी बढ़ गया है। परिणामस्वरूप आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए कृषि विभाग की विभिन्न टीमें फील्ड पर उतरकर किसानों को जागरूक कर रही है। सोनीपत
जिले के पांच गांव रेड जोन तो 42 गांव येला जोन में है शामिल
जिला कृषि विभाग ने आगजनी की घटनाओं में कमी लाने के लिए क्षेत्र को जोन में बांटा हुआ है। जिले के पांच गांव जोकि रेड जोन में शामिल है, तो वहीं 42 गांव को येलो जोन में शामिल किया हुआ है। आगजनी की घटनाओं में सबसे आगे मुडलाना, कथूरा व गोहाना ब्लाक के गांव शामिल है। कथूरा ब्लाक में कथूरा, भावर सहित तीन गांवों रेड जोन में शामिल किए गए है, वहीं गोहाना व मुडलाना ब्लाक में एक-एक गांव को रेड जोन में शामिल किया गया है। येलो जोन की बात करे तो सबसे अधिक गांव गन्नौर ब्लाक के शामिल किए गए है। गन्नौर ब्लाक के 17 गांवों को येलो जोन में शामिल किया गया है। खरखौदा ब्लाक में खांडा गांव येलो जोन में शामिल किया गया है। इसके अतिरिक्त राई ब्लाक में दो गांव जाखौली व खेवड़ा को येलो जोन में रखा है। सोनीपत ब्लाक में मुरथल, जुआं, माहरा आदि गांवों को येलो जोन में शामिल किया गया है। गोहाना ब्लाक के 6 गांव येलो जोन में भी शामिल है। कथूरा के 2 और मुडलाना के 11 गांवों को भी येलो जोन में शामिल किया गया है।
गत खरीफ सीजन में किसानों पर लगाया था 1 लाख 72 हजार 500 का जुर्माना-
मिली जानकारी के अनुसार गत खरीफ सीजन के तहत कृषि अधिकारियों ने जिले में 66 स्थानों पर फसल अवशेष जलते हुए पाए गए थे। जिसके चलते उक्त किसानों पर 1 लाख 72 हजार 500 रुपए का जुर्माना राशि विभाग ने वसूली थी। विभाग की तरफ से इस बार आगजनी की घटनाओं को शून्य लाने का लक्ष्य रखा हुआ है।
वर्जन
रेड जोन व येलो जोन में शामिल गांव का निरीक्षण करते समय गांव जाहरी में फसल अवशेष जलाते हुए किसान मिला। उसी दौरान टीम ने आग को बुझवाया। किसान को सख्त चेतावनी दी गई है। दो दिनों से लगातार टीमें फील्ड पर उतरकर निरीक्षण कर रही है। लापरवाही मिलने पर किसान के खिलाफ जुर्माना करने का प्रावधान है।
अनिल सहरावत, जिला कृषि अधिकारी।