ईद-ए-मिलादुन्नबी पर कोलकाता में दो गुटों में टकराव, भाजपा ने ममता सरकार को घेरा
सुकांत मजूमदार ने कहा
कोलकाता, 9 अक्टूबर। महानगर कोलकाता में लखी पूजा और मुसलमानों के त्यौहार ईद-ए-मिलादुन्नबी के दिन मोमिनपुर इलाके में दो गुटों के बीच तोड़फोड़, लूटपाट और आगजनी हुई है। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर ममता बनर्जी की सरकार को घेरा है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्यारे अल्पसंख्यक समुदाय के अशांतिप्रिय लोगों ने एक बार फिर शांतिपूर्वक तरीके से रहने वाले हिंदू समुदाय के घरों, दुकानों, गाड़ियों में आगजनी, तोड़फोड़ और पथराव किया है। ट्विटर पर इसका वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा है कि पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है, क्योंकि ममता बनर्जी ने उन्हें किसी तरह की भी कार्रवाई करने से रोका है। मजूमदार ने कहा कि भाजपा का प्रतिनिधिमंडल क्षेत्र का दौरा करेगा।
ट्विटर पर मजूमदार के आधिकारिक अकाउंट से शेयर किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि बाइक जमीन पर गिरी हुई है और उसमें तोड़फोड़ हुई है। आसपास ईंट-पत्थर भी पड़े हुए हैं। उन्होंने कहा है कि सुबह के समय अचानक सैकड़ों लोग आए और गाड़ियों में तोड़फोड़ की, दुकानों में पत्थर फेंके। पुलिस और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
क्या है घटना ?
स्थानीय लोगों ने बताया है कि ईद-ए-मिलादुन्नबी की वजह से अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने प्रशासन की तय सीमा से बाहर इस्लामिक झंडे लगाए। यहां तक कि हिंदुओं के घरों और दुकानों पर भी झंडे लगा दिए गए, जिसे हिंदू समुदाय के लोगों ने हटा दिया था। दावा किया गया है कि इसके बाद सैकड़ों की संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग एकत्रित होकर सुबह तीन बजे हिंदुओं के घरों, दुकानों, गाड़ियों, बाइक आदि में तोड़फोड़ और पथराव शुरू कर दिया। घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया है। बड़े पैमाने पर लोग सोशल मीडिया पर इससे संबंधित वीडियो शेयर कर रहे हैं और लिख रहे हैं कि हिंदुओं का त्यौहार हो या अल्पसंख्यकों का, हमला एक ही ओर से होना है।
क्या कहती है पुलिस
इस बारे में कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने “हिन्दुस्थान समाचार” को बताया कि हालात काबू में हैं और इलाके में शांति व्यवस्था बहाल कर दी गई है। घटना की जांच जारी है।