सोनीपत में अग्निपथ योजना को लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा 3छात्रों की गिरफ्तारी को लेकर विभिन्न संगठन एकत्रित होकर मिनी सचिवालय पहुंचे
सोनीपत में अग्निपथ योजना को लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा 3छात्रों की गिरफ्तारी को लेकर विभिन्न संगठन एकत्रित होकर मिनी सचिवालय पहुंचे और 3 छात्रों को धारा 107/51के तहत जेल भेज दिया गया है, संगठन के लोगों ने आरोप लगाया है कि धारा 107/51के के तहत कुछ समय बाद जमानत हो जाती है लेकिन पुलिस ने मनमानी करते हुए 3 छात्रों को जेल भेजा है और जबकि आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण ढंग से किया जा रहा था और कोई भी रेलवे ट्रैक को जाम करने की रणनीति नहीं थी, बावजूद इसके छात्रों पर गलत कार्रवाई करने का आरोप लगाया है… इसी को लेकर विभिन्न संगठन के पदाधिकारी जिला उपायुक्त से मिलने के लिए मिनी सचिवालय पहुंचे..
देशभर में अग्निपथ योजना के विरोध में कल भारत बंद का ऐलान किया गया था और इसी कड़ी में सोनीपत में भी भारत बंद को लेकर रेल रोको की सूचना वायरल हुई थी और जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने शांतिपूर्ण ढंग से प्रोटेस्ट करने वाले छात्रों को प्रोटेस्ट वाले दिन से 1 दिन पहले वाली रात को उठा लिया और जिनमें से कुछ छात्रों को रिलीज कर दिया गया और अन्य तीन पर 107/51के तहत मामला दर्ज करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है.. संगठन के लोगों का आरोप है कि 107/51 धारा के अनुसार कुछ घंटों बाद ही जमानत मिलने का प्रावधान होता है और पुलिस प्रशासन ने तीनों छात्रों के खिलाफ मनमानी करते हुए पुलिस ने कार्रवाई की है और उन्हें जेल भेजने का काम किया है इसी को लेकर सोनीपत में भारतीय किसान यूनियन, छात्र एकता संगठन ,सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा और छात्र अभिभावक मंच समेत कई संगठन एकत्रित होकर मिनी सचिवालय जिला उपायुक्त से मिलने के लिए पहुंचे। संगठन के पदाधिकारियों ने मांग की है कि जिन छात्रों को गलत तरीके से जेल में डाला गया है उन्हें रिलीज किया जाए और उनकी जमानत के लिए भी प्रावधान है ..लेकिन प्रशासन ने मनमानी करते हुए छात्रों को जेल में डाला है। उनका यह भी कहना है कि किसी समाचार पत्र द्वारा गलत सूचना छापी गई है कि रेलवे ट्रैक जाम किया जाएगा जबकि उनकी तरफ से कोई भी ऐसी सूचना लिखित रूप में जारी नहीं की गई थी और नहीं भारत बंद के दौरान किसी भी संगठन द्वारा रेलवे ट्रैक को जाम किया गया.. बावजूद इसके उनके साथ गलत तरीके से दुर्व्यवहार करते हुए उन्हें जेल डाला गया है ..जो कि लोकतंत्र की हत्या है और इसी के खिलाफ सभी संगठन एकत्रित होकर आवाज बुलंद कर रहे हैं और ऐलान यह भी किया गया है कि अगर प्रशासन ने समय रहते हुए मांग को पूरा नहीं किया तो आंदोलन को तेज किया जाएगा।