हरियाणा

निर्माण कार्य में पिल्ली ईटों व घटिया सामग्री का प्रयोग करने पर ग्रामीणों ने जताया रोष

 
कुराड गांव में महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती में पिल्ली ईटों को दिखाकर प्रदर्शन करते आक्रोसित बस्तीवासी।

अधिकारीयों पर ठेकेदार के साथ सांठ-गांठ करने का लगाया आरोप
समस्या का समाधान नही हुआ तो सीएम व मंत्री को पंत्र लिखने के साथ-साथ बीडीपीओ कार्यालय के सामने देगें धरना
बापौली , 10 जुलाई : कुराड गांव की महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती में जाने वाले रास्ते के निर्माण में पिल्ली ईटों व घटिया सामग्री प्रयोग किए जाने पर ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ रोष जताया। इस दौरान आक्रोसति बस्ती वासी राजा राम, राजबीर, कर्मा, सूरजभान, महाबीर फौजी, बलिन्द्र कशयप, मधु, बिमला, गीता, शान्ति, सुलोचना, परमिला आदि ने प्रशासनिक अधिकारीयों पर सांठ-गांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि ड्रेन. 2 से कुराड जाने वाली सडक से महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती में जाने वाले रास्ते का निर्माण कार्य करीब साढे तेरह लाख रूपए की लागत से चल रहा है, लेकिन ठेकेदार विभागीय अधिकारीयों की सांठ-गांठ से निर्माण कार्य में घटिया समाग्री व पिल्ली ईटों का प्रयोग कर रहा है। जब उन्होने इसका विरोध किया तो ठेकेदार ने कहा कि उकस कोई कुछ नही बिगाड सकता है क्योकि अधिकारीयों से उसकी सांठ-गाठ है। इसलिए अगर निर्माण कार्य करवाना है तों करवाओ वरना वो इसके बीच में बंद कर देगा और फिर इसका खामियाजा उन्हे बरसात के मौसम में कच्चे रास्तों से गुजर कर भुगतना पडेगा। बस्ती वासियों ने अधिकारीयों पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीडीपीओ कार्यालय के अधिकारीयों व कर्मचारीयों की सांठ-गांठ के कारण ही घटिया सामग्री व पिल्ली ईटों का प्रयोग किया जा रहा है, लेकिन वो चुप नही बैठेगें और इसकी जांच उच्चाधिकारीयों से कराने के साथ-साथ इसकी शिकायत सीएम व पंचायत मंत्री को लिखित रूप में करेगें और बीडीपीओ कार्यालय सनौली खुर्द के सामने धरना प्रदर्शन भी करेगें।
वर्जन
इस विषय में ठेकेदार परमिन्द्र का कहना है कि सभी आरोप निराधार है। गलती से एक चक्कर ईटों को आया था उसे वो वापिस भेज रहा है, लेकिन बस्ती वासी नही भेजन दे रहे है। वो अच्छी प्रकार की सामग्री व ईटों का प्रयोग निर्माण कार्य में कर रहा है।
वर्जन
इस विषय में बीडीपीओ कार्यालय सनौली खुर्द के पंचायती राज एसडीओ राजकुमार का कहना है कि जांच कर कार्यवाही की जाएगी अगर घटिया सामग्री व पिल्ली ईटों का प्रयोग हुआ है तो उसे उखाड कर अच्छी ईटों व सामग्री का प्रयोग निर्माण कार्य में कराया जाएगा।

महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती में निर्माण में प्रयोग की जा रही पिल्ली ईटें व घटिया सामग्री। 

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