जींद: मुआवजा नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने उपमुख्यमंत्री को भेजी शिकायत
जींद जुलाना में एनएच 352 को फोरलेन करने का कार्य प्रगति पर है। क्षेत्र के गांव पौली के दर्जनों मकान सड़क में आ गए। ग्रामीणों को अभी तक मुआवजा नही मिल पाया है। ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द उन्हें मुआवजा दिया जाए, ताकि वो अपने मकान को उखाड़ कर दूसरी जगह बना सकें।
पौली गांव निवासी रामरति, रघबीर, प्रमेंद्र, तरसेम, महाबीर, नरेंद्र, प्रवीन ने बताया कि सड़क में उनके मकान आ गए हैं। उनके मकानों को उखाडऩे के नोटिस तो बार बार प्रशासन द्वारा भेजे जा रहे हैं लेकिन अभी तक उन्हें मुआवजा नही मिल पाया है। कुछ लोगों ने तो मकान तोड़ लिए, लेकिन मलबा डालने के लिए उनके पास कोई प्लाट नहीं है। ग्रामीणों की मांग है कि जब तक उन्हें प्लाट नही मिलते तब तक पंचायती जमीन में उनके मकानों के उखाड़े गए मलबे को डालने की अनुमति दी जाए। इसके अलावा ग्रामीणों ने कहा कि वो दिहाड़ी मजदूरी करके अपना और अपने परिवार का पेट पालते हैं। उनके पास इतनी राशि भी नही है कि वो किसी दूसरी जगह प्लाट खरीदकर मकान बना सकें। मकान उखाडऩे से दर्जनों परिवार बेघर हो गए हैं। ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने मकान उखाड़कर पंचायती जमीन में मलबा डाल दिया लेकिन ग्राम सचिव ने जल्द से जल्द पंचायती जमीन से मलबा हटाने के आदेश दिए हैं। ग्रामीणों को काफी परेशानियों से होकर गुजरना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने उपमुख्यमंत्री को पत्र लिखकर समस्या के समाधान की गुहार लगाई है। ग्रामीणों की मांग है कि उन्हें घर बनाने के लिए प्लॉट दिए जाएं ताकि वो अपने परिवार का गुजर बसर कर सकें।