जल प्रकृति का है मानव को अनुपम उपहार : कुलपति प्रो.अनायत
पानी के बिना नहीं की जा सकती मानव जीवन की कल्पना:
डीसीआरयूएसटी में जल संरक्षण को लेकर किया गया प्रतियोगिता का आयोजन
सोनीपत, 23 मई।
दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,मुरथल के कुलपति प्रो.राजेंद्रकुमार अनायत ने कहा कि पानी के बिना मानव जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। जल प्रकृति द्वारा मानव को दिया गया अनुपम उपहार है। उन्होंने कहा कि सारी सृष्टि पानी के आस पास पनपती है और उसी में नवसृजन भी होता है।
डीसीआरयूएसटी,मुरथल में प्रबंधन विभाग द्वारा जल संरक्षण पर नारा लेखन,कविता गायन व पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो.अनायत ने कहा कि जल हमें स्वच्छ और पवित्र बनाता है साथ ही बहुत सारे कार्यों में सहायक है जैसे तापमान नियंत्रित रखना, पाचन क्रिया में सहायक होना, शरीर से निरर्थक पदार्थों को बाहर निकालना, पौष्टिक तत्वों को विभिन्न कोशिकाओं तक पहुंचाना आदि। इसीलिए जल को परम औषधि माना गया है। उन्होंने कहा कि जल मानव सहित सभी जीवधारियों के लिए प्रकृति का एक अनुपम उपहार है। मानव एवं वनस्पतियों को जीवित रखने तथा उनका विकास करने में जल की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि विज्ञान कितना भी विकसित क्यों न हो जाए पानी का विकल्प नहीं ढूंढ़ सकता। पानी से ही धरती का अस्तित्व है। जीवन यहीं है और वह इस लिए की पृथ्वी पर ही पानी मिलना संभव हुआ है। एक तरह से कहा जाए तो जल ही जीवन है।
कार्यक्रम में मुख्य आयोजक डा. रूपा राठी ने बताया कि जल संरक्षण को लेकर कविता, नारा लेखन व पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में लगभग 50 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
कविता प्रतियोगिता में अदिति ने प्रथम स्थान प्राप्त किया,जबकि स्वपनिल व निकिता ने क्रमश: द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। नारा लेखन प्रतियोगिता में राम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि हमानी सैनी व प्रिया क्रमश: द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में शीतल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि इशिता व निशिता ने क्रमश: द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो.विजय शर्मा ने विद्यार्थियों को पुरस्कृत करते हुए जल संरक्षण के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया।
प्रबंधन विभाग से प्रों. राजबीर, प्रों. एस.एन. महापात्रा, प्रों. अंजू, डा. जितेन्द्र, डा.पंकज, डा.आरती, डा.वंदना, डा.सतपाल भी मौजूद रहे। कविता प्रतियोगिता प्रों. सुजाता राणा, डॉ. आरती, डॉ. वंदना,पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता प्रों. अंजू, डॉ.सतपाल, डॉ. प्राची चौधरी व नारा लेखन प्रतियोगिता प्रों. महापात्रा, डॉ. जितेन्द्र व डा. पंकज ने निर्णायक की भूमिका अदा की। कार्यक्रम के आयोजक मुख्य रूप से रूपा राठी, डा.मनीषा व डा.आनंद चौहान रहे।