फरीदाबाद: फर्जी आधार कार्ड बनवाने वाली नाइजीरियन युवती गिरफ्तार
सस्ते इलाज के लिए बनवाए थे आठ अफ्रिकियों ने आधार कार्ड
फरीदाबाद, 25 जुलाई। आठ अफ्रीकी नागरिकों के फर्जी आधार कार्ड बनवाने वाली नाइजीरियाई युवती को सोमवार क्राइम ब्रांच सेक्टर-85 ने गिरफ्तार कर लिया है। लोरियन नाम की यह युवती जेपी ग्रीन सोसायटी नोएडा में अपने परिवार के साथ रहती है। उसके पिता साकेत दिल्ली स्थित एक चर्च में पादरी हैं।
लोरियन खुद नोएडा में एलएलएम की पढ़ाई कर रही है। उसके परिवार का वीजा 2025 तक है। लोरियन का परिवार लंबे समय से भारत में रह रहा है इसलिए उसे अच्छी तरह हिंदी भी बोलनी आती है। इलाज के लिए आने वाले अफ्रीकी नागरिकों के लिए वह अपोलो अस्पताल दिल्ली में लाइजनिग भी करती है। उसके अफ्रीकी मूल के होने के कारण वहां के नागरिक उस पर आसानी से भरोसा कर लेते थे। लोरियन ने क्राइम ब्रांच को बताया है कि विदेशी नागरिकों से इलाज के लिए अधिक दर पर भुगतान लिया जाता है, वहीं अगर इलाज के दौरान आधार कार्ड दे दिया जाए तो इलाज भारतीय दरों पर हो जाता है। लोरियन अफ्रीकी नागरिकों को राजी कर लेती थी कि वह उनका सस्ती दरों पर इलाज कराएगी। लोरियन ने ग्रेटर फरीदाबाद बिहारी मार्केट में आधार कार्ड बनाने वाले राहुल से संपर्क साधा।
राहुल को उसने अपना नाम क्रिस्टी बताया था। राहुल अफ्रीकी नागरिकों के आधार कार्ड बनाने के लिए राजी हो गया। एक आधार कार्ड बनाने के लिए वह ढाई हजार रुपये लेता था। आधार कार्ड बनाने के लिए सांसद या विधायक की मुहर की जरूरत होती है। राहुल ने विधायक नीरज शर्मा की फर्जी मुहर बनवा ली। इसके जरिये उसने अफ्रीकी नागरिकों के आधार कार्ड बना दिए। उसने आठ नागरिकों के आधार कार्ड बनाने की बात स्वीकार की। राहुल को क्राइम ब्रांच पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। राहुल से मिली जानकारी के आधार पर क्राइम ब्रांच ने लोरियन को गिरफ्तार किया। क्राइम ब्रांच प्रभारी जोगिदर ने बताया कि क्रिस्टी ने इलाज के लिए आने वाले अफ्रीकी नागरिकों के आधार कार्ड बनवाए थे। उनका पता वह नहीं जानती। उसके पास कुछ के मोबाइल नंबर हैं। इन नंबरों के आधार पर उनकी तलाश की जा रही है।