ब्रह्माकुमारीज द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनी का हुआ आयोजन
चित्र प्रदर्शनी के दौरान लोगों को समझाती बीके अर्चना।
गन्नौर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय गन्नौर सेवा केंद्र द्वारा शहर के शिव मंदिर पार्क परिसर में आध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी का उद्घाटन सेवा केंद्र प्रभारी राजयोगी बीके अर्चना ने किया। बीके अर्चना ने कहा कि मनुष्य शांति की तलाश में है और भगवान को ढूंढ रहे हैं जबकि सच्चाई यह है की शांति तो आत्मा का स्वधर्म है। चित्रों में इन तमाम बातों की जानकारी दी गई है। उन्होंने उपस्थित लोगों से आग्रह किया कि आप चित्रों के रहस्य को ध्यान से सुने और समझें। उन्होंने समझाया कि जब दुनिया पतित हो जाती है तब परमात्मा का मुख्य पार्ट शुरू होता है। उन्होंने कहा जब धर्म ग्लानि प्रकाष्ठा पर होती है वह समय ही पुरानी दुनिया के समापन और नई दुनिया के आरंभ होने का होता है। प्रदर्शनी में एक एक कर 12 चित्रों के बारे में लोगों को समझाया गया। उन्होंने आत्मा के तीन स्वरूपों, 84 जन्मों की बात, सृष्टि चक्र और सीढ़ी पर चार युगों और उसके अवधि के बारे में समझाया। लोगों ने प्रदर्शनी की बातों को एकाग्रचित्त हो कर सुना और संतुष्ट भी हुए।