राजस्थान

नेशनल कॉन्फ्रेंस में चिकित्सा मंत्री ने बताया राजस्थान की चिकित्सा व्यवस्था को देश भर में सर्वश्रेष्ठ

जयपुर

चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि राज्य सरकार ने हेल्थ सेक्टर को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखा है। यही वजह है कि राज्य में सबसे ज्यादा सफल नवाचार चिकित्सा क्षेत्र में ही हुए हैं। उन्होंने प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था को देश भर में अव्वल बताया।

मीणा गुरुवार को जयपुर में इंडियन एसोसिएशन ऑफ कार्डियोवैस्कुलर एंड थोरेसिक सर्जन की ओर से आयोजित नेशनल कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जयपुर के सवाई मानसिंह चिकित्सालय के प्रांगण में भी इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवैस्कुलर साइंस इमरजेंसी विकसित की जा रही है। मुख्यमंत्री प्रदेश के चिकित्सकीय ढांचे को मजबूत बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।

कॉन्फ्रेंस के ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन डॉ सीपी श्रीवास्तव ने बताया कि पहले दिन मिनिमल इन्वेंसिस कार्डियक सर्जरी, हार्ट ट्रांसप्लांटेशन, लंग्स ट्रांसप्लांट, आर्टरियल ग्राफ्टिंग, री-डू बायपास सर्जरी, माइट्रल रिपेयर जैसे विषयों पर एक्सपर्ट्स ने विचार विमर्श किया। इस कॉन्फ्रेंस में देशभर से 1400 से अधिक विशेषज्ञ शामिल होंगे। चार दिवसीय कॉन्फ्रेंस में हार्ट सर्जरी से जुड़ी नवीनतम तकनीकों के साथ एयर रिसर्च पेपर साझा किए जाएंगे।

कॉन्फ्रेंस के आयोजन सचिव व एसएमएस अस्पताल के कार्डियक सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. राजकुमार यादव ने बताया कि संस्था की 68वीं वार्षिक कॉन्फ्रेंस आईएसीटीएस कॉन-2022 एक हाइब्रिड कॉन्फ्रेंस होगी और इसमें 1400 से अधिक डेलीगेट्स शामिल होंगे। इनमें 700 से अधिक डेलीगेट्स ऑफलाइन भाग लेंगे। कार्डियक सर्जरी से जुड़ी जानकारी का प्रसार अधिक से अधिक हो इसीलिए इस बार कॉन्फ्रेंस की थीम ज्ञान का प्रसार और कौशल को सुगम बनाना है।

कॉन्फ्रेंस में देशभर से नामी कार्डियोवैस्कुलर थोरेसिक सर्जन उपस्थित होंगे जिनमें मेदांता हॉस्पिटल के डॉ. नरेश त्रेहान, चेन्नई के डॉ. के आर बालाकृष्णन, दिल्ली एम्स के कार्डियक सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. शिव कुमार चौधरी, डॉ. बलराम ऐरन, दिल्ली फॉर्टिस एस्कॉर्ट्स के डॉ. युगल मिश्रा, मुंबई से डॉ. सुरेश राव जैसे बड़े नाम शामिल हैं। इस दौरान कॉन्फ्रेंस में हार्ट ट्रांसप्लांट, लंग्स ट्रांसप्लांट, पीडियाट्रिक हार्ट सर्जरी, हार्ट वाल्व सर्जरी, बायपास सर्जरी से जुड़ी नवीनतम तकनीकों और रिसर्च वर्क के बारे में जानकारी दी जाएगी।

गौरतलब है कि आईएसीटीएस कॉन-2022 में 600 से अधिक रिसर्च पेपर पढ़े जाएंगे। इनमें पोस्टर व प्रजेंटेशन भी शामिल हैं। इस दौरान वेटलैब वर्कशॉप भी आयोजित की जाएगी जिसमें लाइव सर्जरी कर हार्ट सर्जरी में आने वाली मुश्किलों को दूर करना सिखाया जाएगा।

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