युवाओं में देशभक्ति की भावना जगा रही विद्या भारती : बृजेश पाठक
-युवाओं में जागृत करें देश-प्रेम की भावना
-हमें अपने गौरवशाली इतिहास से प्रेरणा लेने की जरूरत
लखनऊ, 17 अगस्त। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि विद्या भारती युवाओं में देशभक्ति की भावना जगा रही है। इस बार स्वतंत्रता दिवस पर जिस प्रकार का भव्य उत्सव देखने को मिला, पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। देश के कोने-कोने में हर घर पर लोगों ने तिरंगा लगाया और सभी स्वतंत्रता दिवस के उत्सव में डूबे नजर आए। लोगों में ऐसी देशभक्ति की भावना को जगाने में विद्या भारती जैसे संगठनों ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वह बुधवार को माधव सभागार निरालानगर में अमृत महोत्सव पर आयोजित राष्ट्रहित सर्वाेपरि के समापन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
ब्रजेश पाठक ने कहा कि विद्या भारती के लोगों ने अपने जीवन को युवा पीढ़ी को ऐसी शिक्षा दीक्षा देने में समर्पित किया है, जिससे भारत की भावी पीढ़ी के लिए राष्ट्रहित ही सर्वाेपरि हो।
दुनिया के शिखर पर होगा भारत
प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि हमारा देश जब 15 अगस्त, 2047 को आजादी के सौ वर्ष पूरे कर रहा होगा, तब भारत दुनिया के शिखर पर होगा। अमृतकाल का यह समय सोते हुए सपने देखने का नहीं, बल्कि जागृत होकर अपने संकल्प को पूरा करने का है। आने वाले 25 वर्ष परिश्रम की पराकाष्ठा, त्याग और तपस्या के हैं। हमें हर नामुमकिन को अपने संकल्प से सिद्धि तक ले जाना है।
दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से जो अमृत महोत्सव कार्यक्रम की शुरूआत की गई थी, उसकी सफलता 15 अगस्त को दिखाई दी। स्वतंत्रता दिवस पर देश के प्रत्येक घर एवं प्रतिष्ठानों पर ध्वज फहरता दिखाई दिया। लोगों के अंदर देश के प्रति प्यार और समर्पण देखकर ऐसा लगा, जैसे सभी एक ही माला में पिरो दिए गए हों। उन्होंने कहा कि दुनिया ने देखा कि हम अपने देश के लिए कुछ भी कर सकते हैं।
विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय संगठन मंत्री हेमचन्द्र ने विद्या भारती द्वारा आयोजित किए जा रहे अमृत महोत्सव कार्यक्रम के बारे में पूरी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को मनाने का उद्देश्य युवाओं के अंदर देश- प्रेम की भावना को उत्पन्न करना, देश के लिए बलिदान हुए उन रणबांकुरों को याद करना है।
विदेशी इतिहासकारों ने भारत के गौरवपूर्ण इतिहास को धूमिल किया
इतिहास संकलन समिति के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री संजय श्रीहर्ष ने कहा कि भारत का यह दुर्भाग्य है कि इस देश का इतिहास उन लोगों ने लिखना प्रारम्भ किया, जो कभी भारत आए ही नहीं और न ही वो भारत की भाषा को जानते थे। उन विदेशी इतिहासकारों ने यहां के गौरवपूर्ण इतिहास को धूमिल और अपमानित करने का प्रयास किया। ऐसे में भारत के गौरवपूर्ण इतिहास को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने इस अमृत काल का आह्वान किया है, जिसका पूरे भारत वर्ष को हिस्सा बनना पड़ेगा, तभी हम आज़ादी के इस अमृत काल को जी पाएंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि संघ से निकले स्वयंसेवक के मन में देश हित और समाज हित की भावना रहती है। वह सदैव देश और समाज की सेवा के लिए तत्पर रहता है। उन्होंने कहा कि आज का दिन उन क्रांतिकारियों और सेना के वीर जवानों को याद करने का है, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।
इस अवसर पर विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रचार विभाग द्वारा प्रकाशित पत्रिका सृष्टि संवाद भारती के अमृत महोत्सव विशेषांक का विमोचन भी किया गया। भारतीय शिक्षा परिषद के सचिव दिनेश ने अतिथियों का परिचय कराया। इससे पहले सेना के पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रचार प्रमुख सौरभ मिश्रा ने किया। इस अवसर पर विद्या भारती के अखिल भारतीय मंत्री शिव कुमार, भाजपा विधायक माधवेन्द्र प्रताप सिंह, संजय शेरपुरिया , ले. जनरल दुष्यन्त सिंह, प्रो. डॉ. एम.एल.बी. भट्ट, प्रो. अजय मिश्र,चन्द्र प्रकाश , सह प्रचार प्रमुख भास्कर दूबे समेत विद्या भारती के विद्यालयों के भैया-बहन मौजूद रहे।