दिल्ली

सर्दियों में प्रदूषण कम रखने को मुख्यमंत्री ने जारी किया 15 बिन्दुओं वाला एक्शन प्लान

नई दिल्ली, 30 सितंबर। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को सर्दियों में प्रदूषण को कम रखने के लिए 15 बिन्दुओं का एक्शन प्लान जारी किया है।

मुख्यमंत्री ने शुक्रवार सुबह प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सर्दियां दिल्ली में आने वाली है। ऐसे में दिल्ली के अंदर प्रदूषण काफी बढ़ जाता है, जिसको देखते हुए दिल्ली सरकार के द्वारा सभी तैयारियां कर ली गई हैं ।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के द्वारा सर्दियों की शुरुआत के साथ राजधानी में प्रदूषण के बढ़ते हुए स्तर पर लगाम लगाने के मद्देनजर 15 पॉइंट के विंटर एक्शन प्लान की घोषणा भी की गई है। जिसके तहत राजधानी दिल्ली में विभिन्न चीजों पर पाबंदी लगाए जाने के साथ सख्ती की जाएगी यह सभी पॉइंट निम्न है।

-पराली जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाएगा। पूसा कि लैब में तैयार घोल को पराली के ऊपर छिड़का जाएगा। पिछले दो-तीन साल से दिल्ली सरकार को इसमें सफलता मिली है। इस साल इसे बड़े स्तर पर किया जाएगा। इस बार इस पूरी योजना को 5000 एकड़ पर लागू किया जाएगा। कोशिश रहेगी कि दिल्ली में किसी भी किसान को पराली ना जलानी पड़े।

-दिल्ली सरकार के द्वारा एंटी-डस्ट कैंपेन चलाया जाएगा। 500 स्क्वायर मीटर से ज्यादा की कंस्ट्रक्शन साइट को दिल्ली सरकार पोर्टल पर रजिस्टर कराना जरूरी होगा और इन सभी जगहों का दिल्ली सरकार रियल टाइम मॉनिटरिंग करेगी। जिसके लिए 586 टीमों का गठन किया गया है।

-5000 स्क्वायर मीटर से ज्यादा बड़ी कंस्ट्रक्शन साइट पर एंटी स्मोग गन लगाना अनिवार्य होगा। प्रदूषण पर लगाम लगाए जाने के मद्देनजर इस बार पूरी दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर 233 एन्टी स्मोग गन लगाए जा रहे हैं।

-सड़क से उड़ने वाले धूल पर लगाम लगाने के लिए 80 रोड स्वीपिंग मशीन लगाई गई है, साथ ही 521 मशीनों की सहायता से पानी का छिड़काव किया जाएगा। 150 मोबाइल एन्टी स्मोग गन भी लगाए जाएंगे।

-पीयूसी सर्टिफिकेट की जांच सख्त की जाएगी, जिसके मद्देनजर 380 टीमों की नियुक्ति की गई है, 203 भीड़भाड़ वाली सड़कों को डीकन्जेस्ट करने का प्लान किया गया है।

-खुले में कूड़ा जलाना प्रतिबंधित होगा, जिसके लिए 611 टीमें नियुक्त की गई है।

-दिल्ली में सारी इंडस्ट्रीज पीएनजी गैस का प्रयोग करें इसके लिए 33 यूनिट को अलग से नियुक्त किया गया है।

-पटाखों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है, जिसको लागू करने के लिए 210 टीमों की नियुक्ति की गई है।

-दिल्ली सरकार के द्वारा पर्यावरण मित्र बनाए जाएंगे जिसमें अब तक 3500 लोग रजिस्टर कर चुके हैं, जिसमें मोबाइल नंबर पर मिस कॉल देकर आप भी पर्यावरण मित्र बन सकते हैं।

-होलंबी कलां में 20 एकड़ के प्लॉट में दिल्ली सरकार के द्वारा ई वेस्ट पार्क बनाया जाएगा।

-दिल्ली में वृक्षारोपण अभियान सरकार के द्वारा चलाया जा रहा है 33 लाख पेड़ लगा चुके हैं। 9 लाख पेड़ दूसरे चरण में 15 अक्टूबर से लगाए जाएंगे।

-दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को मॉनिटर करने के लिए ग्रीन वार रूम मनाया जाएगा जिसमें 9 मेंबर होंगे, साथ ही ग्रीन दिल्ली ऐप के माध्यम से भी दिल्ली सरकार के द्वारा कड़े कदम उठाए जाएंगे।

-दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को ध्यान में रखते हुए 13 पर हॉटस्पॉट नियुक्त किए गए हैं जिनकी कड़ी निगरानी की जाएगी।

-ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान दिल्ली सरकार के द्वारा सख्ती से लागू किया जाएगा।

-दिल्ली में प्रदूषण का स्तर पर लगाम लगाने के मद्देनजर दिल्ली सरकार भारत सरकार और सीएक्यूएम के साथ मिलकर काम करेगी।

उन्होंने कहा कि इसमें सभी एजेंसियों का भी सहयोग लिया गया है। साथ ही पूरा ब्लूप्रिंट भी तैयार कर लिया गया है। पिछले सात साल में जब से दिल्ली के अंदर आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है, तब से दो करोड़ लोगों ने मिलकर प्रदूषण से निजात पाने को लेकर कई उपाय किए हैं। भारत सरकार के नेशनल क्लीन प्रोग्राम के मुताबिक पिछले चार साल में दिल्ली के वायु प्रदूषण में काफी सुधार हुआ है। पीएम 10 लेवल 18.6 प्रतिशत नीचे आया है यानी कि प्रदूषण का स्तर नीचे आया है।

केजरीवाल ने कहा कि प्रदूषण के स्तर पर लगाम लगाने के मद्देनजर दिल्ली वालों ने पिछले 4 साल में कई कदम उठाए हैं, जिसमें 10 कदम महत्वपूर्ण है। उन सभी 10 पदों का आज मैं जिक्र करना चाहूंगा। इन सभी सफलतापूर्वक उठाए गए कदमों के लिए दिल्ली के सभी दो करोड लोगों को मेरा धन्यवाद। पहले दिल्ली में बिजली बहुत जाया करती थी, जिसकी वजह से काफी जनरेटर चलते थे और प्रदूषण होता था, लेकिन जब से हमारी सरकार बनी है, हमने दिल्ली में 24 घंटे बिजली दी है। साथ ही लोगों ने भी जनरेटर का प्रयोग बंद कर दिया है, जिससे प्रदूषण में कमी आई है।

साथ ही दिल्ली में दो थर्मल पावर प्लांट भी हमने बंद कर दिए हैं, जिससे प्रदूषण में काफी कम हुआ है। जिसके पास दिल्ली एक मॉडल राज्य बन गया जहां पर कहीं पर भी कोयला आधारित थर्मल पावर प्लांट नहीं है। धूल के कणों से होने वाले प्रदूषण को लेकर भी दिल्ली सरकार के द्वारा कौन सी सख्ती से काम लिया गया है। जहां पर भी छोटी बड़ी कंस्ट्रक्शन साइट पर नियमों का उल्लंघन पाया गया वहां पर चालान किया गया और चीजों को ठीक करवाया गया।

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