गन्नौर नगर पालिका में उपाध्यक्ष का चुनाव सर्वसम्मति से होने कि सम्भावना है, ज्यादातर पार्षद भाजपा के है
नगर पालिका उपाध्यक्ष पद के लिए पार्षदो ने भाग दौड़ तेज कर दी है, जिस तरफ सांसद व विधायक को होगा इशारा वही बनेगा
नगरपालिका गन्नौर।
विनोद राठी गन्नौर। हरियाणा में पहली दफा नगरपरिषद व नगरपालिका के अध्यक्ष पद का चुनाव सीधे तोर पर लड़ा गया है और गठबंधन सरकार के काफी अध्यक्ष बने हैं लेकिन अब प्रदेश की सत्तारूढ़ भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार को अब 18 नगर परिषद और 28 नगर पालिकाओं में वाइस-चेयरमैन (उपाध्यक्ष) पद के लिए जोर लगाना होगा। निकायों में अध्यक्ष के चुनाव डायरेक्ट होने के बाद अब उपाध्यक्ष का फैसला चुने हुए पार्षद करेंगे। गन्नौर में ज्यादातर पार्षद बीजेपी के है अन्य दलों का कोई पार्षद न होने के कारण गन्नौर नगर पालिका में उपाध्यक्ष बनाने में बीजेपी को कोई दिक्कत नही आएगी। इतना ही नही जो पार्षद चुनकर आए हैं वे सांसद रमेश कौशिक व विधायक निर्मल चौधरी के नजदीकी कहे या उनके कार्यकर्ता ही है। इसलिए उक्त दोनों नेताओं का जिसको आशीर्वाद मिलेगा वहीं उपाध्यक्ष पद पर विराजमान होगा। उक्त दोनों नेताओं का आशिर्वाद लेने के लिए अंदर खाते कई पार्षद लगे हुए है अब देखना है कि उनका हाथ किसके सिर पर रखा जाता है। लेकिन ये दोनों नेता कभी अपने कार्यकर्ता कि अनदेखी नही करते और जिसको जुबान देते तो उसको पूरा करके ही दम लेते हैं। करीब एक साल पहले ही सांसद व विधायक ने नगरपालिका चेयरमैन पद के लिए अपनी तरफ से अरुण त्यागी को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया था, इस दौरान कई उतार चढ़ाव भी आए लेकिन दोनों नेता अपनी जुबान पर खरे उतरे। चेयरमैन का चुनाव लड़ने के लिए कई बीजेपी कार्यकर्ता लाइन में थे। ऐसा लग रहा था कि भाजपा उम्मीदवार के लिए कई दावेदार होना परेशानी का कारण बन सकते है, लेकिन सांसद रमेश कौशिक ने विधायक निर्मल चौधरी के आवास पर सभी को बुलाकर, समझा बुझाकर अरुण त्यागी के चुनाव में जुटा दिया। सभी ने दोनों नेताओं के नेतृत्व में इस प्रकार चुनाव लड़ा कि अन्य सभी प्रत्यशियों को इतनी बुरी तरह से हराया जिसका उनको भी अंदाजा तक नही था। अब चर्चा है कि गन्नौर में उपाध्यक्ष पद की दौड़ में सबसे आगे वार्ड 14 से भारी मतों से विजयी हुए व समाज सेवी के रूप में जाने जाने वाले दिनेश अधलखा का नाम हैं। दिनेश अधलखा को सांसद रमेश चन्द्र कौशिक व विधायक निर्मल चौधरी का आशीर्वाद भी मिल चुका हैं। दिनेश अदलखा नगरपालिका चेयरमैन पद का भी प्रबल दावेदार था लेकिन उक्त दोनों नेताओं के कहने से उन्होंने अपनी चेयरमैन की दावेदारी वापिस ले ली थी। बता दे कि वार्ड 14 से अदलखा के परिवार ने लगातार चौथी बार चुनाव जीता है इसी वार्ड से दो बार उनकी धर्मपत्नी नीरू अदलखा उसी वार्ड से पार्षद बनी और करीब ढाई साल तक नगरपालिका कि चेयरमैन भी रही है।
सांसद के जुबान से बोलने पर पक्का आशीर्वाद मिल जाएगा : शहरवासी
– शहर के लोगों का कहना कि सांसद रमेश कौशिक जुबान के पक्के धनी है। वे एक बार अपनी जुबान से बोलकर कह देंगे तो उसी को आशीर्वाद मिल जाएगा। उनका कहना कि नगरपालिका के नवनियुक्त चेयरमैन अरूण त्यागी को जब भी गन्नौर में आते थे तो वे चेयरमैन की तैयारी को लेकर जुट जाने के लिए बोलते थे। उसके बाद से कयास लगाए जाते रहे कि टिकट तो अरूण त्यागी को ही मिलेगी और हुआ भी ऐसा।