कोरोना संकट में मदद करने वाले देशों में सबसे आगे रहा अमेरिका: एस जयशंकर
जयशंकर ने भारतीय कामकाजी, छात्रों, शोधकर्ताओं को किया संबोधित
अमेरिका में वाणिज्य मामलों के सचिव से मिले विदेशमंत्री एस जयशंकर
दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी को तेजी से आगे बढ़ाने पर की चर्चा
वाशिंगटन
अमेरिका और भारत के बीच बेहतर संवाद व संबंधों की प्रगाढ़ता बढ़ाने के लिए चलाए जा रहे टू प्लस टू संवाद के तहत मंगलवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के वाणिज्य सचिव और अन्य अधिकारियों से मिलें। भारत के विदेश मंत्री ने अमेरिका में रहने वाले भारतीय कामकाजी, छात्रों, शोधकर्ताओं को भी संबोधित किया।
मंगलवार को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूए- इंडिया हायर एजुकेशन डिस्कशन के तहत वाशिंगटन डीसी के हावर्ड यूनिवर्सिटी में यूएस में भारतीय कामकाजी, छात्रों, विद्वानों और शोधकर्ताओं को संबोधित किया। इस मौके पर जयशंकर ने कहा कि अमेरिका और भारत के नीति-निर्माता हमारे शैक्षिक सहयोग से आने वाले परिवर्तन से भली-भांति परिचित हैं। हमारी 2020 की राष्ट्रीय शैक्षिक नीति शिक्षा भी अंतरराष्ट्रीय सहयोग को प्राथमिकता देती है। उन्होंने कहा कि हॉवर्ड यूनिवर्सिटी केवल हमारे साझा अतीत का हिस्सा नहीं है बल्कि यह भविष्य का भी एक हिस्सा है। मेरा मानना है कि भविष्य में दोनों देशों के बीच संबंधों को लेकर एक बड़ी भूमिका निभाई जाएगी। जयशंकर ने कहा कि पिछले दो दशकों में दोनों देशों के रिश्ते में काफी सकारात्मक परिवर्तन आया है। चाहे वह रणनीतिक और सुरक्षा सहयोग हो या आर्थिक या प्रौद्योगिकी साझेदारी हो। हमारे संबंधों को विकसित करने के लिए यह आवश्यक है कि अमेरिका के युवाओं को भारत और दुनिया की बेहतर समझ हो। उन्होंने कहा कि भारत ने कोविड के डेल्टा वेरिएंट की एक बहुत गंभीर लहर का सामना पिछले वर्ष किया था। इस दौरान देश में ऑक्सीजन, श्वासयंत्र और कुछ दवाओं की भारी मांग थी। ऐसे संकट के समय कई देश मदद के लिए आगे आए लेकिन इनमें सबसे आगे अमेरिका था। इस मौके पर यूएस स्टेट सेक्रेटरी एंटनी ब्लिंकन भी मौजूद रहीं।
इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को अमेरिकी वाणिज्य सचिव रैमोंडो से मुलाकात कर तमाम दि्वपक्षीय संबंधों को लेकर चर्चा की। बैठक के बाद एस जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा कि अमेरिकी वाणिज्य सचिव रैमोंडो से मुलाकात बेहद सफल रही। दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी को तेजी से आगे बढ़ाने पर चर्चा हुई। हमारा लक्ष्य आपूर्ति परिवर्तन के लचीलेपन और विश्वसनीयता और व्यापार में विश्वास और पारदर्शिता को बढ़ाना है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने व्यापार मामलों की राजदूत कैथरीन ताई से भी मुलाकात की। मुलाकात के बाद जयशंकर ने अपने ट्विटर हैंडल पर जारी एक ट्वीट में इसे एक अच्छी मुलाक़ात बताते हुए कहा कि हमने द्विपक्षीय व्यापार पर चर्चा की और वैश्विक स्थिति पर आदान-प्रदान किया। बैठक के बाद ताई ने अपने ट्वीट में लिखा अमेरिका और भारत के व्यापार संबंधों व आर्थिक मामलों पर बाचीत हुई। मैं आगे साथ मिलकर काम करने के लिए कटिबद्ध हूं।
उल्लेखनीय है कि विदेश मंत्री के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी अमेरिका की यात्रा पर हैं। एक दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन और प्रधानमंत्री मोदी के साथ वुर्चअल बैठक हुई थी, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ शामिल हुए थे।