वृक्ष जनगणना के लिए लेंगे जैव विविधता प्रबंधन समितियों की सहायता – राकेश गुलिया
सोनीपत आज वृक्ष जनगणना के लिए गोहाना रेंज में एक सभा का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता रेंज अधिकारी गोहाना राकेश गुलिया ने की। इस मीटिंग में वन विभाग गोहाना के सभी फिल्ड स्टाफ ने भाग लिया। जिसमे उन्हें बताया गया की ट्री सेन्सस अभियान के तहत प्रत्येक गांव में पेड़ों की संख्या की गणना की जाएगी। क्योंकि गांव को एक इकाई मान कर इस पर कार्य किया जाएगा। इस कार्य को पूरा करने के लिए रेंज अधिकारी गोहाना ने 12 टीम गठित की जिसमें गांव के बीएमसी मेंबरों को भी जोड़ा जाएगा। रेंज अधिकारी राई पवन मलिक ने सभी फिल्ड स्टाफ को NoteCam app की प्रक्टीकल जानकारी दी जिसमें डाटा एकत्रित करना है और सभी को ये भी बताया की इस अभियान के तहत वन विभाग को अच्छा कार्य करना है और 30 सेंटीमीटर से बड़े वृक्षों को गणना में लेना है और NoteCam app के अलावा अपने रजिस्टर में भी दर्ज करना है। इस अवसर पर हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड पंचकूला के जिला समन्वयक श्यो प्रसाद ने मीटिंग में शामिल लोगों को बताया की हमारे प्रदेश के सभी गाँवो में जैव विविधता प्रबंधन समितियां गठित है वो वन विभाग की हर सम्भव मदद करेगी और वो इस अभियान में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेंगी। जिला समन्वयक ने ये भी बताया की कोई परिवार कितना ही बड़ा क्यों न हो, उस परिवार के हर सदस्य को एक दूसरे की रुचियों और ज़रूरतों के बारे में जानकारी रहती है। यहां तक की परिवार के सभी लोग यह भी जानते हैं की, उनके घर में कितने पालतू जानवर हैं? अथवा उनके बगीचे में कितने किस्म के फूल हैं. और कौन सा फूल किस मौसम में खिलता है? इस संदर्भ में संस्कृत का एक लोकप्रिय वाक्य है, “वसुधैव कुटुंबकम” अर्थात “पूरा विश्व एक परिवार है” यदि हम संस्कृत के इस श्लोक को आधार माने, तो हमें इस बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए, की हमारे वैश्विक परिवार में कितने लोग रहते हैं?, विश्व में जानवरों की संख्या कितनी है, तथा जंगल रुपी हमारे बगीचे में कितने पेड़ मौजूद हैं?हालाँकि जनगणना के माध्यम से हम यह बता सकते हैं की, दुनिया में लगभग कितने लोग हैं? साथ ही हम जानवरों की मौजूद जनसँख्या का भी आंकलन कर सकते हैं। किंतु दुर्भाग्य से हमने आज तक पेड़ों के साथ भेदभाव किया है। क्यों की हम वास्तव में नहीं जानते की, दुनिया में लगभग कितने वृक्ष मौजूद है और किस वृक्ष को संरक्षण और विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है? लेकिन अब यह सकारत्मक रूप से बदलने वाला है! इस अवसर में वन विभाग के दरोगा श्री सुनील शर्मा ,रमेश मलिक ,महेन्दर ,और मनमीत आदि शामिल रहें।