सोनीपत युथ होस्टल एसोसिएशन ऑफ इंडिया सोनीपत इकाई एवं सारथी ट्रस्ट, सोनीपत व ग्राम पंचायत सनपेड़ा के सहयोग से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गाँव सनपेड़ा में राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में सेमिनार युवा शक्ति देश का भविष्य विषय पर व रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में रेडक्रॉस के पूर्व सचिव सुभाष वशिष्ठ मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि व मुख्यवक्ता के रूप में सारथी ट्रस्ट, सोनीपत के चेयरमैन सतपाल सिंह अहलावत, डॉ जितेंद्र कुमार, प्रिंसिपल, डॉ सुरेन्द्र रोहिल्ला, डॉ एन के कौशिक, व सुभाष सिसोदिया मौजूद रहे व कार्यक्रम की अध्यक्षता गाँव के सरपंच प्रमोद ढाका ने की। इस अवसर पर मुख्यअतिथि सुभाष वशिष्ठ ने कहा कि रक्त का कोई विकल्प नही है। 18 साल से ऊपर के स्वस्थ युवा रक्तदान करके लोगो को जीवनदान दे सकते है। रक्तदान महादान है। उन्होंने ने कहा कि सही मायने में रक्तदान ही गुप्तदान है। इस अवसर पर सेमिनार को संबोधित करते हुए मुख्यवक्ता सारथी ट्रस्ट के चेयरमैन सतपाल सिंह अहलावत ने कहा राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने का उद्देश्य भारत के युवाओं को राष्ट्र निर्माण की दिशा में प्रोत्साहित करना, एकजुट करना, प्रेरित करना और सक्रिय करना है।
युवा शक्ति देश का भविष्य
भारत की आर्थिक समृद्धि को ध्यान में रखते हुए देश के युवाओ की भूमिका महत्वपूर्ण है। भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने में युवा शक्ति सबसे महत्वपूर्ण स्तम्भ है। भारत को युवाओ का देश भी कहा जाता है ऐसे में देश भविष्य को तय करने में युवाओ की भूमिका महत्वपूर्ण है। देश को आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राजनैतिक रूप से समृद्धि में युवा शक्ति ही नीति-निर्धारक है। अहलावत ने आहवान किया सभी युवा अपनी ऊर्जा की सकारात्मक कार्यो में लगाकर राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान दे। युथ होस्टल एसोसिएशन सोनीपत इकाई के चेयरमैन डॉ जितेंद्र कुमार व प्रिंसिपल डॉ सुरेन्द्र रोहिल्ला ने सभी की स्मृति चिन्ह प्रदान किये। सरपंच सुभाष ढाका ने रक्तदान शिविर में विशेष योगदान दिया। रक्तदान शिविर में 61 युवाओं ने रक्तदान करके पुण्य कमाया।
इस अवसर पर कलिंगा केबल की प्रबंधक निदेशक अंशुल कोहली, जितेन्द्र अग्रवाल, विजय दहिया, विनोद कौशिक, डॉ भानु शर्मा, चिरंजीलाल, कुलदीप सहरावत, मीनाक्षी गौड़, नीलम मेहरा, एस एम सी कमेटी की सदस्य, पवन गाहल्याण, व गाँव के युवा व गणमान्य व्यक्तियों के साथ स्कूल के समस्त स्टाफ मौजूद रहे।