उत्तर प्रदेश

 इन्द्रेश कुमार ने अनाज बैंक से गरीबों में वितरित किया अनाज

वाराणसी,13 अक्टूबर। विशाल भारत संस्थान द्वारा संचालित अनाज बैंक की सातवें वर्ष वर्षगांठ पर गुरूवार को सुभाष भवन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के केन्द्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने गरीबों में अनाज वितरित किया। नए निकासी खाता धारकों को अनाज बैंक का पासबुक भी प्रदान किया। इंद्रेश कुमार ने 11 महिला कार्यकर्त्ताओं एवं अनाज बैंक की प्रबंधक इली भरतवंशी को बेहतर सेवा के लिए पुरस्कृत किया।

इस अवसर पर इन्द्रेश कुमार के कहा कि अनाज बैंक दुनिया का पहला मॉडल है जो सामाजिक सहभागिता पर आधारित है। इसमें अनाज जमा करने वालों को संतोष, पुण्य, त्याग और मोक्ष जैसे ब्याज मिलते हैं। अनाज बैंक ने भूख पीड़ितों की सेवा के सात साल पूरे कर लिये। हजारों परिवारों को भूख से मुक्ति दिलाने वाला अनाज बैंक विधवा, तलाकशुदा, वृद्धों के लिए पेट भरने की गारंटी है। अनाज बैंक का पेट भरो आन्दोलन भूख पीड़ितों के लिए वरदान साबित हुआ।

उन्होंने कहा कि कोरोना में परिस्थितिजन्य भूख के शिकार लोगों की मदद अनाज बैंक ने पूरे सम्मान के साथ की। भूख से प्रभावित देश भी अब इस संगठित एवं वैज्ञानिक मॉडल को अपनाने पर विचार कर रहे हैं। अनाज उत्सव तब सफल होगा जब लोग अपनी रसोई से प्रतिदिन एक मुट्ठी अनाज भूख पीड़ित परिवारों के लिए स्वेच्छा से निकलना शुरू करेंगे। जैसे वैदिक परम्परा में होता था। वैदिक भारत में कोई भी भूखा नहीं सोता था। यही अनाज बैंक का पवित्र आदर्श वाक्य भी है।

अनाज बैंक के संस्थापक चेयरमैन डॉ० राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि अनाज बैंक के 330 जमा खाताधारक एवं 2600 निकासी खाताधारक हैं। अनाज बैंक की 10 शाखाएं कार्य कर रही हैं। कोरोना संकट में अनाज बैंक ने 100 दिनों तक लगातार भूख पीड़ितों की सेवा का कीर्तिमान बनाया। 1 लाख 25 हजार लोगों तक अनाज एवं भोजन पहुंचाया गया।

डाॅ राजीव ने कहा कि अभी तक भूख से मुक्ति के लिए संयुक्त राष्ट्रसंघ के तमाम संगठन प्रयासरत थे। लेकिन पूर्ण सफल योजना न होने की वजह से भूख से पीड़ित लोगों तक अनाज नहीं पहुंच पा रहा था। अब संगठित मॉडल होने की वजह से भूख से पीड़ितों तक अनाज पहुंच रहा है और सामाजिक सहभागिता के आधार पर चलने वाला अनाज बैंक विश्व का पहला गैर सरकारी अनाज बैंक है जिसमें किसी भी तरह से सरकार की कोई सहभागिता नहीं है। इस मौके पर आयोजित उत्सव की अध्यक्षता वैदिक वैज्ञानिक एवं ज्योतिषाचार्य पंडित दिव्येन्दु मुखर्जी ने किया ।

इस उत्सव में केराकत के पूर्व विधायक दिनेश चौधरी, डा० निरंजन श्रीवास्तव, अर्चना भारतवंशी, नजमा परवीन, नाजनीन अंसारी, डा० मृदुला जायसवाल, ओम प्रकाश पाण्डेय, अजय कुमार सिंह आदि भी शामिल रहे।

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