हरियाणा

पुराली जलाने की बजाय रोल बनाए व मिट्टी में मिलाएं और एक हजार की आर्थिक सहायता पाए किसान : डा. आन्नद

कृषि अधिकारी डा. आन्नद श्योराण व नवीन हुड्डा किसानों जागरूकता शिविर में संबोधित करते हुए।

 
गन्नौर। खंड कृषि अधिकारी डा. आन्नद श्योराण ने किसानों से आह्वान किया कि वे अपने खेतों में धान के बचे हुए पराली के अवशेषों में आग ना लगाएं क्योंकि सरकार द्वारा पराली के अवशेषों का उचित प्रबंधन जैसे गांठ बनाने व पराली और फसल अवशेषों को कृषि यंत्रों का प्रयोग करके मिट्टी में ही मिलाने वाले किसानों को सरकार द्वारा 1000 प्रति एकड़ की अनुदान राशि दी जाएगी। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग किसानों को राशि देगा। श्योराण ने कहा कि इसके लिए किसानों को उस खेत की लोकेशन सहित फसल अवशेष का प्रबंधन करते हुए फोटो लेकर इसकी पूर्ण जानकारी डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट एग्री हरियाणा डॉट की साइट पर जाकर फार्मर कॉर्नर पर अपलोड करनी कर दे। उन्होंने कहा कि किसान पराली की फसल के अवशेष ना जला कर पर्यावरण बचाये व मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बढाने के साथ 1000 का लाभ पाएं। सहायक कृषि अभियंता नवीन हुड्डा ने फसल अवशेष प्रबंधन के
लिए लगाए किसानों को कहा कि वे फसल के अवशेष न जलाए। फसल अवशेषों की बेलर के द्वारा बेल बनाकर आर्थिक लाभ प्राप्त करे। हुड्डा ने कहा कि जो बेलर से बेल बनवाएंगा उसे भी लाभ दिया जाएगा। बेलर को आसपास के गांव के किसान लिए हुए है। जिसकों जरूरत है वे उनसे सर्म्पक कर पुराली की बेल बनवाएं। अधिकारी नवीन ने कहा कि अगर किसी किसान को बेलर नही मिलता है तो वे विभाग को अवगत करवाएं। उसी क्षेत्र में बेलर उपकरण वाले किसान को उनके गांवों में भेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान अपनी फसल का रजिस्ट्रैशन जरूर करवाएं।

निशुल्क किसानों को बिजाई के लिए दी जा रही है सरसों का बीज
– कृषि अधिकारी डा. आन्नद व सहायक कृषि अभियंता नवीन हुड्डा ने बताया कि क्षेत्र के किसानों को सरकार द्वारा विभाग से सरसों की खेती करने वाले किसानों को निशुल्क सरसों का बीज दिया जा रहा है। वे गन्नौर कार्यालय में आकर अपने आधार कार्ड को दिखाकर बीज ले सकते है।

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