मनायी गयी महर्षि अरविन्द घोष की जयन्ती
अररिया 16 अगस्त। फारबिसगंज द्विजदेनी स्मारक उच्च विद्यालय के प्रांगण में इन्द्रधनुष साहित्य परिषद की ओर से आज महर्षि अरविन्द घोष की जयन्ती समारोहपूर्वक मनाई गई। समारोह की अध्यक्षता साहित्य प्रेमी संजय कुमार अग्रवाल ने की,जबकि संचालन मनीष राज ने किया। सर्वप्रथम महर्षि अरविन्द घोष की तस्वीर पर उपस्थित साहित्यकारों एवं साहित्य-प्रेमियो के द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया गया।
इस मौके पर उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए साहित्यकार हेमन्त यादव ”शशि” ने बताया कि महर्षि अरविन्द का जन्म 15 अगस्त 1872 को कोलकाता और मृत्यु 5 दिसम्बर 1950 को पुडुचेरी में हुआ। महर्षि अरविन्द एक योगी, दार्शनिक, कवि और क्रांतिकारी थे ।इन्होंने युवावस्था में स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारी के रूप में भाग लिया,किंतु बाद में वह एक योगी बन गए और पुडुचेरी में एक आश्रम स्थापित किया। वेद, उपनिषद, आदि ग्रंथो पर टीका लिखी। योग साधना पर मौलिक ग्रंथ लिखे । सभा के मध्य में युवा कवि गौतम केशरी द्वारा महर्षि अरविन्द की जीवनी पर आधारित कविता का पाठ किया गया । इस अवसर पर गजलकार दिलीप समदर्शी ने स्वरचित गजल और कविता सुनाकर उपस्थित साहित्य प्रेमियों का मनोरंजन किया।