एनसीआर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सोनीपत में प्रदूषण नियंत्रण में रिकॉर्ड सुधार: उपायुक्त
सोनीपत, 21 अक्तूबर। पर्यावरण प्रदूषण के मामले में राष्टï्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के अंतर्गत आने वाले सोनीपत जिला ने रिकॉर्ड सुधार हुआ है। आज की तारीख में सोनीपत का वायु गुणवत्ता स्तर 156 है जबकि एनसीआर का स्तर 300 से अधिक है। साथ ही उन्होंने बताया कि सोनीपत में अभी तक इस सीजन मेंं फसल अवशेष जलाने की कोई भी घटना नहीं हुई है। इसका श्रेय जनसहयोग के साथ जिला प्रशासन के नेतृत्व में कृषि एवं पंचायत तथा प्रदूषण विभागों के संयुक्त प्रयासों का जाता है। यह कहना है उपायुक्त ललित सिवाच का।
विडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से शुक्रवार को पर्यावरण प्रदूषण समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल कर रहे थे। बैठक में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के चेयरमैन तथा जिला उपायुक्तों और संबंधित अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में सोनीपत में हुए गुणात्मक सुधार की विशेष रूप से चर्चा हुई। इस दौरान मुख्य सचिव ने विशेष दिशा-निर्देश भी दिए, जिनकी पूर्ण अनुपालना के लिए उपायुक्त सिवाच ने भरोसा दिया।
उपायुक्त ने किसानों का आह्वïान किया कि वे किसी भी स्थिति में पराली न जलायें। फसल अवशेष प्रबंधन की दिशा में कदम बढ़ायें जिसके लिए सरकार की योजनाओं का लाभ भी उठायें। पराली का प्रयोग पशुचारे के रूप में भी किया जा सकता है। अन्य कार्यों में भी पराली का उपयोग किया जा सकता है। पराली जलाने के मामले में सोनीपत की छह लोकेशन चिन्हित कि गई थी। हर्ष का विषय है इन सभी लोकेशनों में पराली जलाने की कोई भी घटना नहीं हुई।
उपायुक्त सिवाच ने कहा कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग तथा प्रदूषण विभाग और एनजीटी के सभी दिशा-निर्देशों की पूर्ण अनुपालना की जा रही है। औद्योगिक इकाइयों को भी इस दिशा में निर्देश जारी करते हुए अनुपालना सुनिश्चित की गई है। उन्होंने आम जनमानस तथा किसानों से अपील की कि दिवाली के अवसर पर वे आतिशबाजी का प्रयोग न करें। किसानों को तो ध्यान रखना होगा कि आतिशबाजी से उनकी फसल सुरक्षित रहे। साथ ही लोगों को भी आतिशबाजी से दूर रहना चाहिए ताकि दमघोंटू हवा से वातावरण को संरक्षित रखने में मदद मिल सके।
इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप-निदेशक डा. अनिल सहरावत, डीडीपीओ राजपाल चहल, प्रदूषण विभाग के आरओ नवीन गुलिया, देवेंद्र कुहाड़, औद्योगिक विस्तार अधिकारी मंजीत दहिया, एसडीओ रविंद्र यादव आदि संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।