पीबीआर, जैव विविधता संरक्षण और जागरूकता गुणवत्ता सुधार के लिए बीएमसी का प्रशिक्षण जरुरी -विनीत कुमार गर्ग
सोनीपत एचएसबीबी द्वारा आज दीनबंधु चौटू राम विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल, सोनीपत में “पीबीआर, जैव विविधता संरक्षण और जागरूकता के अद्यतन / गुणवत्ता सुधार के लिए बीएमसी का प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रम” आयोजित किया गया था।
सोनीपत एवं मुरथल ब्लॉक के 20 बीएमसी के लगभग 120 प्रतिनिधियों, वन विभाग के फ्रंटलाइन स्टाफ और विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने भाग लिया।
श्री विनीत कुमार गर्ग आई एफएस, अध्यक्ष एच एस एस बी मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की डॉ राजेश वत्स, डीएफओ सोनीपत ने अध्यक्ष का स्वागत जीवित पौधा देकर की इस कार्यशाला में गर्ग जी ने लोगो का जैव विविधता के बारे में बताया कि किस प्रकार जैव विविधता हमारे जीवन में कितना महत्व रखती है इस कार्यक्रम में चेयरमैन विनीत कुमार गर्ग जी और डॉ राजेश वत्स, डीएफओ सोनीपत को धतुरी बीएमसी के दयानन्द जी ने पगड़ी पहनाकर सम्मान किया। इस अवसर पर डीएफओ सोनीपत ने बीएमसी को बताया की किस प्रकार सोनीपत में काली बिल्ली और नेवले की तस्करी हो रही है क्योंकि नेवले की फर से पेंटिंग ब्रश बनते है और काली बिल्ली की स्कीन जादू टोनो में प्रयोग होती है हमें इसे रोकना चाहिए। सुश्री रितु, पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने अपने विचार सांझे किये सुश्री अनुराधा, शिक्षा और जागरूकता अधिकारी, एचएसबीबी ने जैव विविधता, इसके प्रकार, स्थिति, महत्व, खतरों और संरक्षण के बारे में अपना ज्ञान साँझा किया। बीएमसी की भूमिकाएं और कर्तव्य, और पीबीआर तैयार करने का महत्व के बारें में अपने विचार लोगों के सामने रखें
बेहतर समझ के लिए एनबीए द्वारा बनाई गई पीबीआर, बीएमसी और जैविक विविधता अधिनियम, 2002 पर फिल्में दिखाई गईं। सुरजीत कुमार ने पेड़ो पर आधरित कविता सुना कर लोगों की वाह वाही लूटी। कार्यक्रम के अंत में श्यो प्रसाद डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सोनीपत ने कार्यशाला में मौजूद सभी लोगों का कार्यक्रम में शामिल होने पर धन्नेवाद किया
सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण और प्रचार सामग्री भी प्रदान की गई। इस अवसर पर टीएसजी के प्रतिनधि डॉ रविचंद्र और एवरैन (टीएसजी) की उनकी टीम ने भी भाग लिया कार्यशाला में आकाश,हेमंत ,श्रेया ,डिप्टी रेंजर पवन कुमार ,दयानन्द,सुभाष आदि लोग शामिल रहें।