त्रिपुरा कांग्रेस प्रभारी पर हमले को लेकर चुनाव आयोग ने दिए सख्त निर्देश
नई दिल्ली, 20 जनवरी। चुनाव आयोग ने कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य और त्रिपुरा कांग्रेस के प्रभारी डॉ अजय कुमार पर हुए हमले को लेकर त्रिपुरा के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने समय पर कार्रवाई नहीं करने वाले अधिकारियों के खिलाफ जरूरी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। साथ ही सशस्त्र बलों की तैनाती और प्रवर्तन उपायों में तेजी लाने के लिए तीन विशेष पर्यवेक्षकों को तैनात किया है।
आयोग ने कहा कि राज्य सरकार की रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि है कि डॉ अजय कुमार को एक बिना अनुमति के आयोजित रैली में मामूली चोटें आईं हैं। हालांकि गंभीर चोटें लगने की बात में कोई सच्चाई नहीं है।
उल्लेखनीय है कि त्रिपुरा में चुनावी घोषणा के कुछ घंटे बाद ही त्रिपुरा कांग्रेस ने दावा किया था कि जिरानिया में भाजपा कार्यकर्ताओं के हमले में कांग्रेस प्रभारी डॉ अजय कुमार सहित उनके कार्यकर्ता चोटिल हुए थे।
आयोग ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को सभी राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने और पक्षपातपूर्ण अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया गया। पश्चिम त्रिपुरा के जिरानिया सब-डिवीजन के एसडीपीओ को निलंबित कर तत्काल वहां से हटाने और रानी बाजार व जिरानिया पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी को तत्काल हटाने के निर्देश दिए हैं।
आयोग के अनुसार, “मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक, त्रिपुरा को यह बताने के लिए कहा गया था कि राज्य में पर्याप्त संख्या में सीएपीएफ कर्मियों की तैनाती के बावजूद स्थिति क्यों बिगड़ी। आयोग ने राज्य के दौरे के दौरान और उसके बाद आयोग के सख्त निर्देशों के बावजूद हिंसक घटना पर बिना किसी अनिश्चित और कड़े शब्दों के अपनी नाराजगी व्यक्त की।”
आयोग ने योगेन्द्र त्रिपथी, विवेक जोशी और मुरली कुमार की विशेष पर्यवेक्षक के तौर पर तैनाती की है। आयोग का निर्देश है कि मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक राज्य में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं पर खतरे की आशंका का तुरंत आकलन करें और बिना किसी देरी के उचित सुरक्षा प्रदान करें। मुख्य निर्वाचन अधिकारी को दोहराया गया है कि जिला निर्वाचन अधिकारियों को पहले आओ पहले के आधार पर राजनीतिक दलों को अनुमति देने और सुविधा ऐप को लोकप्रिय बनाने के लिए निर्देश दें।