गीता जयन्ती महोत्सव व सामूहिक गीता पाठ में पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों की गूंज सुनी
वार्ड पार्षद शिवानी जैन समारोह में गीता पाठ सुनाते हुए।
गन्नौर। श्री सनातम धर्म बड़ा मन्दिर में अखिल भारतीय युवा अग्रवाल सम्मेलन गन्नौर ईकाई के सहयोग से गीता जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में गीता पाट का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि संतोष गोयल ने शिरकत की। गोयल ने कहा कि आज से 5 हजार 157 वर्ष पूर्व इसी धरा से भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता के जो उपदेश दिए थे, उन्हीं उपदेशों का अनुसरण आज भी पूरी दुनिया कर रही है। वार्ड पार्षद शिवानी जैन ने कहा कि श्रीमद् भागवत गीता का बहुत ज्यादा महत्व है। यह भगवान श्री विष्णु के आठवें अवतार माने जाने वाले भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए उपदेश पर आधारित पवित्र धार्मिक ग्रंथ है, जिसे उन्होंने महाभारत के युद्ध के समय कहा था। चिनाली गोयल ने कहा कि धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता के उपदेश मार्गशीर्ष मास के शुक्लपक्ष की एकादशी को दिया था, इसीलिए इस दिन पूरे देश में गीता जयंती का महापर्व मनाया जाता है। अग्रवाल सम्मेलन ईकाई के प्रधान राजकुमार अग्रवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों की गूंज सुनी जा रही है। पूरी दुनिया में कानून काल और परिस्थिति के अनुसार बदलते रहते हैं और भारतीय संविधान में अब तक 100 संशोधन हो चुके है, लेकिन पवित्र ग्रंथ गीता ही एक ऐसा ग्रंथ है जो कभी भी परिवर्तित नहीं होगा। इस मौके पर सम्मेलन के संदीप सिंघल के अलावा समाज की काफी संख्या में महिलाएं व पुरूष मौजूद थे।