खाद की दुकानों पर कृषि अधिकारियों की छापेमारी, अधिकारियों ने लिए छह सैंपल
सोनीपत
जिले के किसानों को बेहत्तर गुणवत्ता की खाद्, बीज मिल सके, उसके लिए कृषि विभाग की तरफ से हर संभव जरूरी कदम उठाएं जा रहे है। विभाग के अधिकारियों ने छापेमारी करते हुए दुकान से छह सैंपल एकत्रित किए। विभाग की तरफ से एकत्रित सैंपल को जांच के लिए लैब में भेजा जायेगा। सैंपल रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। सैंपल फेल होने पर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
बता दें कि जिले में किसान धान, बाजरा, कपास आदि की कटाई प्रक्रिया में जुटे हुए है। मंडी में फसल लेकर जाते वक्त किसान रबी सीजन के लिए खाद, बीज आदि भी खरीद कर ले जा रहे हैं। ऐसे में खाद की डिमांड बढ़ने पर कई बार किसानों को विक्रेता कम गुणवत्ता वाला खाद बेचकर मुनाफा कमाने की फिराक में रहता है। ऐसे में कृषि विभाग ने विशेष छापेमारी अभियान की शुरूआती है।
छापेमारी के लिए विभाग ने टीमों का किया है गठन-
किसानों को बेहतर गुणवत्ता का खाद, बीज उपलब्ध हो सके, इसके लिए विभाग ने उपमंडल स्तर पर छापेमारी के लिए टीमों का गठन किया है। अक्तूबर व नवम्बर माह में यूरिया के साथ-साथ डी.ए.पी. खाद की डिमांड भी काफी अधिक बढ़ जाती है, क्योंकि रबी सीजन में सोनीपत जिले में करीब 1 लाख 44 हजार हैक्टेयर भूमि में किसान गेहूं की बिजाई करते है। इसके अतिरिक्त सरसों, बरसीम जैसी कई अन्य फसले भी किसानों द्वारा उगाई जाती है। अक्तूबर माह के अंतिम दिनों में गेहंू की बिजाई का काम शुरू हो जाता है। जिसकी वजह से किसान अधिक मात्रा में खाद की खरीददारी करते है। अक्तूबर व नवम्बर माह में 20 हजार एमटी से अधिक यूरिया व डीएपी खाद की डिमांड रहती है।
वर्जन
किसानों को बेहतर गुणवत्ता का खाद, बीज आदि उपलब्ध हो सके, इसके लिए विभाग ने खाद व बीज की दुकानों पर छापेमारी अभियान चलाया है। जिसके अंतर्गत 6 खाद के सैंपल लेकर शुक्रवार को उन्हें जांच के लिए लैब में भेज दिया है। रिपोर्ट मिलने पर आगामी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।
अनिल सहरावत, जिला कृषि अधिकारी।