जीवीएम की एनएसएस की छात्राओं को दिया गया प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण
आपात अवस्था में प्राणों की रक्षा में प्राथमिक चिकित्सा बेहद महत्वपूर्ण: सुनीता ढुल
आपात स्थिति में एंबुलेंस सहायता के लिए नंबर-108 डायल कर लें मदद
सोनीपत
जीवीएम गल्र्ज कालेज की एनएसएस की छात्राओं को फाजिलपुर में जारी सात दिवसीय शिविर के चौथे दिन प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही उन्हें प्रोत्साहित किया गया कि आपात स्थिति में एंबुलेंस सहायता के लिए तुरंत नंबर-108 डायल करें। इस दौरान संस्था के प्रधान डा. ओपी परूथी व प्राचार्या डा. रेनू भाटिया ने छात्राओं को प्रोत्सहित किया कि प्राथमिक चिकित्सा जीवनभर काम आएगी, जिसके चलते शिविर में दिया गया यह प्रशिक्षण कारगर साबित होगा।
प्राथमिक चिकित्सा प्रवक्ता एवं मास्टर टे्रनर सुनीता ढुल ने जीवीएम की स्वयंसेविकाओं को फाजिलपुर में चल रहे एनएसएस शिविर के दौरान प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने कहा कि आपात स्थिति में घायलों के प्राणों की रक्षा में प्राथमिक चिकित्सा बेहद महत्वपूर्ण साबित होती है। घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने से पहले उपलब्ध चीजों से प्राथमिक चिकित्सा दी जाती है।
इसमें डेंजर रिस्पोंस शाउट फोर हैल्प एयर वे ब्रीदिंग सर्कुलेशन (डीआरएसएबीसी) का प्रशिक्षण भी महत्वपूर्ण होता है। इसके तहत जीवन रक्षक कौशल के तरीके सिखाये जाते हैं, जिनमें सीपीआर तथा रिकवरी पोजिशन शामिल है। प्रमुख वक्ता सुनीता ढुल ने बताया कि सीपीआर एक ऐसी चिकित्सीय प्रक्रिया है जिसे आपात स्थिति में इस्तेमाल किया जाता है। इससे सांस न ले पाने जैसी आपातकालीन स्थिति में पीडि़त की जान बचाई जा सकती है। इस मौके पर एनएसएस की प्रभारी अनीता राणा ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम बेहद सफल रहा, जिसमें छात्राओं ने रूचिपूर्वक हिस्सा लिया। इस अवसर पर सुरेंद्र सिंह, धर्मवीर, रामकृष्ण, महावीर, पूर्ण सिंह आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
-डा. रेनू भाटिया
प्राचार्या
जीवीएम गल्र्ज कालेज