खेतों से बारिश का निकालने को लेकर ग्रामीणों को जिला उपायुक्त कार्यालय में रोष-प्रदर्शन
सोनीपत
जुआं गांव में खेतों में जल भराव की समस्या का समाधान नही हो पा रहा है। मंगलवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण लघु सचिवालय पहुंचे तथा प्रशासन के खिलाफ अपना रोष प्रकट किया। रोषित ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों को भूख हड़ताल शुरू करने की चेतावनी दी। हालांकि एसडीएम ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि दो दिनों के लिए समस्या के समाधान के लिए कदम उठाया जाएगा। जिसके बाद ग्रामीण वापस घर लौट गए।
गांव जुआं निवासी नवीन, विनोद, ओमप्रकाश, अजीतसिंह, सुरेन्द्र, बिजेन्द्र, संजय, जयपाल, कर्मबीर, प्रदीप, पवन ने बताया कि उनके खेतों में पिछले लंबे समय से बरसात का पानी जमा है। इस संबंध में कई बार ग्रामीण प्रशासनिक अधिकारियों से पानी निकासी की गुहार लगा चुके हैं। यही नही एसडीएम स्तर के अधिकारी गांव का निरीक्षण भी कर चुके है, लेकिन पानी निकासी के लिए कोई कदम न उठता देख मंगलवार को रोषित ग्रामीण ट्रैक्टर-ट्राली में सवार होकर सीधे लघु सचिवालय परिसर में पहुंच गए तथा धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। रोषित ग्रामीणों ने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द पानी निकासी के लिए कदम उठाए जाए। ग्रामीणों ने बताया कि जुआं गांव के खेतों में से गुजरने वाली देवडू ड्रेन में तेवड़ी, बजाना, मोई, रहमाणा, सटावली सहित कई गांवों का पानी पहुंचता है। जुआं गांव से आगे पानी निकासी का प्राकृतिक बहाव बाधित हो गया है। ऐसे में खेतों में चार से पांच फूट पानी जमा है। खेतों में जल भराव की वजह से एक तरफ जहां खरीफ सीजन की फसलों की कटाई नही हो पा रही है, वहीं पानी निकासी नही हुआ तो रबी सीजन की फसलों की बिजाई भी नही हो पाएगी। जिसके कारण किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ सकती है। रोषित ग्रामीणों ने बताया कि कई बार अधिकारियों को शिकायत दी जा चुकी है, लेकिन अब तक समस्या के समाधान के लिए कोई कदम नही उठाया गया है।
वर्जन
गांव में पंप लगाने को लेकर ग्रामीणों ने विवाद है। प्रशासन की तरफ से हरसंभव पानी निकासी के प्रयास किए जा रहे है। पंप गांव में पहुंचा रखे है। जल्द से जल्द पानी निकासी करवाई जायेगी। किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जायेगी। इस संबंध में एसडीएम व बीडीपीओ की डयूटी लगाई गई है।