ज्येष्ठ की धूप में विष्णु धाम के प्रिंस भक्त धुंने के बीच 41 दिन की अन्न त्याग, अनबोल तपस्या में हुए लीन
— भक्त प्रिंस 24 घंटे में 4 घंटे लगातार में एक पैर पर खड़े रहते
विष्णु धाम मन्दिर के भगत प्रिंस एक पैर खड़े होकर धूप में तपस्या करते हुए। गन्नौर। ज्येष्ठ की भीषण गर्मी में धुंने के पास बिना अन्न खाए 24 घंटे अनबोल खड़ी तपस्या कर भगत प्रिंस कष्ट सहकर 41 दिन बजरंग बली भगवान की भक्ति में लीन हैं। विष्णु धाम मन्दिर के भक्त प्रिंस 24 घंटे में 4 घंटे लगातार में एक पैर पर खड़े रहते है। प्रिंस की साधना को देखने के लिए दूर-दराज के क्षेत्रों से लोग आ रहे हैं। आस्था में प्रिंस भक्त का विश्वास देखने के लिए पूरे दिन लोग जुटे रहते हैं। वहां भजन-कीर्तन कर उनका मनोबल बढ़ाते हैं। भरी गर्मी में आग के धुने के पास खड़े होकर तपस्या कर रहे प्रिंस के पैरों में सूजन आनी शुरू हो गई है। बावजूद उसके वह अपने प्रण पर अटल हैं। प्रिंस ने तपस्या शुरू करने से पूर्व अपने भक्तों को संदेश दिया कि देश दुनिया में शांति कायम हो, लोग हिंसा छोड़कर अहिंसा का मार्ग अपनाएं, भक्ति में शक्ति है इस उद्देश्य के साथ प्रिंस 6 दिन से तपस्या कर रहे हैं। हालांकि दो व एक टांग पर टिके के लिए वह एक छोटे झूले का सहारा ले लेते हैं। भक्त ने अपने संदेश में लिखा है कि अपने लिए तो हर कोई करता है और जीता है, लेकिन दूसरों के लिए जीने और कुछ करने वाले कम ही होते हैं। ऐसे में मैंने प्रण लिया था कि कुछ ऐसा करूंगा, बेशक मेरे तन को कष्ट हो किंतु मेरे प्रयास से संभवत कुछ राहत मिल सके। तपस्या के दौरान हिदायत है कि कोई भी महिला श्रद्धालू उनके पास नही जाएगी। निराहार रहेंगे। 24 घंटे में फल व दूध का सेवन करेंगे। मानसिक रूप से भगवान बजरंग बली का जाप करना है।
मन को मिलती है शक्ति : प्रिंस प्रिंस भगत के पास भजन-कीर्तन कर रहे श्रद्धालु बताते हैं कि हम दो-चार मिनट भी एक पैर पर खड़े होकर लडख़ड़ाने लगते हैं, लेकिन भगत खड़े रहते हैं। ऐसे में उन्हें देखकर हमारे भीतर भी कष्टों को सहने की शक्ति आती है। श्रद्धालु सतबीर ने बताया कि भगत न सिर्फ खड़े होकर तपस्या कर रहे हैं। वे आध्यात्म के जरिए समाधान तंत्र-मंत्र से दूर मानवीय सेवा से अधिक जुड़े होते हैं।