हिसार : स्कूल मर्जर व चिराग योजना के विरोध में अध्यापकों का प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
सरकार पर दाखिला प्रक्रिया को जटिल करने का आरोप
हिसार, 14 जुलाई । सर्वकर्मचारी संघ से संबंधित हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने स्कूल मर्जर व चिराग योजना के विरोध में गुरुवार को जिला प्रधान सुतारद्दीन मिर्जा की अध्यक्षता में प्रदर्शन किया। संघ पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के नाम एक ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा।
राज्य महासचिव प्रभू सिंह ने बताया कि सरकार सार्वजनिक शिक्षा के ढांचे को मजबूत बनाने की बजाय सरकारी स्कूलों से बच्चों निकालने की कोशिश कर रही है। इसी के तहत एमआईएस पर दाखिला प्रक्रिया को जटिल बना दिया है ताकि दाखिला कम से कम हो। उन्होंने कहा कि सरकार के मॉडल संस्कृति स्कूल में फीस वसूल की जाएगी। धारा 134-ए के तहत निजी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों की फीस का भुगतान सरकार करेगी। इसी तरह से चिराग योजना के अंतर्गत कई निजी स्कूलों की सूची जारी की गई है। सरकारी स्कूलों के कक्षा 2-12 विद्यार्थी इन निजी स्कूलों में दाखिला लेंगे तो उन स्कूलों में दाखिला लेने पर फीस सरकार देगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्कूल मर्ज करने के नाम पर स्कूलों को बंद करने की साजिश कर रही है।
राज्य महासचिव ने बताया कि राज्य सरकार ने शिक्षकों के 50 हजार खाली पदों पर राज्य के सेवानिवृत शिक्षकों को नियुक्त करने का फरमान जारी किया है, जो एचटेट पास युवाओं के साथ धोखा है। उन्होंने बताया कि जुलाई का महीना चल रहा है परंतु स्कूलों में अभी तक पाठ्य पुस्तकें नहीं पहुंची हैं।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिला प्रधान सुतारद्दीन मिर्जा ने कहा कि हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ आज के विरोध प्रदर्शन के माध्यम से सरकार से मांग करता है कि सरकार निजी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों की फीस के भुगतान का निर्णय वापस ले और सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों से शिक्षा के अधिकार कानून के तहत कोई फीस न ली जाए, खाली पदों पर नियमित रूप से युवाओं को लगाया जाए।