हरियाणा: अस्पतालों में मलेरिया व डेंगू मरीजों के लिए वार्ड रिजर्व रहेंगे
चंडीगढ़, 12 जुलाई। हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज ने कहा कि मलेरिया को समाप्त करने की दिशा में राज्य के सात जिलों को वर्ष 2021 के दौरान ‘ज़ीरो इंडीजीनियस केस स्टेटस’ प्राप्त हुआ है। अर्थात राज्य के इन सात जिलों में रहने वाले हरियाणा के निवासियों में मलेरिया बीमारी नहीं हुई है। वर्ष 2016 से अबतक राज्य में किसी भी व्यक्ति की मलेरिया से मृृत्यु नहीं हुई है।
विज मंगलवार को चंडीगढ़ में बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा से मलेरिया को समाप्त करने के लिए विभिन्न कदम उठाये गये हैं। जिसके तहत वर्ष 2021 के दौरान अंबाला, भिवानी, जींद, कैथल, रोहतक, करनाल, कुरुक्षेत्र को ‘ज़ीरो इंडीजीनियस केस स्टेटस’ प्राप्त हुआ है। इसके अलावा वर्ष 2019 से लगातार तीन वर्षों से कैथल जिला को ‘ज़ीरो इंडीजीनियस केस स्टेटस’ और पिछले दो वर्षों से अंबाला व जींद को ‘ज़ीरो इंडीजीनियस केस स्टेटस’ प्राप्त हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2021 के दौरान राज्य के 331 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों ने भी ‘जीरो इंडीजीनियस केस स्टेटस’ हासिल किया है।
इसके बावजूद प्रदेश के नागरिक अस्पतालों में डेंगू तथा मलेरिया के लिए अलग से वार्ड निर्धारित करने और बेड आरक्षित रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। बैठक के दौरान डेंगू के संबंध में अवगत कराया गया कि राज्य में 27 डेंगू टेस्टिंग लैब संचालित हैं, जिसके अंतर्गत प्रत्येक जिले में एक लैब स्थापित की गई है। इसके अलावा निजी अस्पतालों व लैब को डेंगू टेस्ट के लिए अधिकतम 600 रुपये लेने के लिए सीमित किया गया है।