बाढ़ : पुलिस चौकी-सिंचाई खंड परिसर डूबे, दुश्वारियां बढ़ीं
महराजगंज, 08 अक्टूबर। नेपाल के पहाड़ियों पर हो रही मूसलाधार बारिश के चलते जिले के सिसवा विधानसभा का उत्तरी छोर तथा तथा निचलौल तहसील का पूर्वी हिस्सा के लोग दिक्कत में हैं। वज़ह, चंदन, जर्सी उर्फ प्यासी, भौरहिया और महाव नदियां उफान पर हैं। इन नदियों का जल स्तर लाल रेखा से ऊपर हो गया है।
आलम यह है कि लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। लक्ष्मीपुर पुलिस चौकी भी बाढ़ के पानी से चारों ओर से घिर चुका है। इससे स्थानीय पुलिस के साथ लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। ठूठीबारी कोतवाली थाने की पुलिस की लक्ष्मीपुर खुर्द स्थित पुलिस चौकी परिसर में भी 2 से 3 फुट पानी प्रवेश कर गया है। दिक्कत में पड़े यहां के पुलिसकर्मियों ने भी अपना डेरा सुरक्षित स्थान पर बना लिया है।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से नेपाल के तराई तथा पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश का पानी सीधे सीधे महाराजगंज में प्रवेश कर रहा है और इस क्षेत्र से गुजरने वाले नाले और नदियां उफान पर हैं। हालत यह है कि ये सभी ओवरफ्लो हो रहे हैं और बाढ़ का पानी गांव में घुस रहा है। इधर, किसानों के खेतों में खड़ी गन्ना तथा धान की फसलें भी डूब गई हैं। खेतों में 4 से 5 फुट पानी लग चुका है। ठूठीबारी स्थित सिंचाई विभाग खंड प्रथम तथा द्वितीय कार्यालय का परिसर भी पानी से भरा हुआ है। अधिकारियों को काफी दिक्कत हो है। जिले के ही सोहगीबरवा थाने के सामने बहने वाला नाला भी उफान पर है। नारायणी के बाढ़ के पानी के कारण इसमें बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। इस थाना क्षेत्र के दो गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। यहां जिला प्रशासन द्वारा राहत पहुंचाने में काफी मुश्किल आ रही है।
नेपाल सीमा के भुजहवा के पास पर स्थित लक्ष्मीपुर खुर्द गांव के लोगों की दिक्कतें सर्वाधिक हैं। नेपाल के भुजहवा से निकलकर निचलौल और ठूठीबारी जाने वाली सड़क पर लगभग 5 किलोमीटर तक जलभराव है। इधर, खेतों से पानी निकलने का भी कोई रास्ता नहीं है। लोगों को संक्रामक रोग का डर भी सता रहा है। लोगों का आरोप है कि बाढ़ से डूबे गांवों में तहसील प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों ने अब तक पांव नहीं डाला है। इससे हमारी चिंताएं बढ़ रही हैं।