राष्ट्रीय

 साहित्य अकादमी पुरस्कारों की घोषणा, हिंदी में बद्री नारायण, अंग्रेजी में अनुराधा रॉय को मिला पुरस्कार

नई दिल्ली, 22 दिसंबर। साहित्य अकादमी ने गुरुवार को प्रतिष्ठित वार्षिक साहित्य अकादमी पुरस्कार- 2022 की घोषणा कर दी है। इस वर्ष हिन्दी भाषा के लिये यह पुरस्कार बद्री नारायण, उर्दू के लिये अनीस अशफाक और अंग्रेजी के लिए अनुराधा रॉय को दिया गया है। इसके साथ ही अंग्रेजी और 22 भारतीय भाषाओं के लेखकों को वर्ष 2022 का प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

गुरुवार को प्रेसवार्ता में अकादमी के सचिव के श्रीनिवास राव ने कहा कि 23 भाषाओं के लिए घोषित इन पुरस्कारों में सात कविता संग्रह, छह उपन्यास, दो कहानी संग्रह, दो साहित्य समालोचना, तीन नाटक और एक आत्मकथा समेत अन्य कृतियां शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इन पुरस्कारों की अनुशंसा इन भारतीय भाषाओं की निर्णायक समितियों द्वारा की गई तथा साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. चंद्रशेखर कम्बार की अध्यक्षता में आयोजित अकादमी के कार्यकारी मंडल की बैठक में आज इन्हें अनुमोदित किया गया।

साहित्य अकादमी संस्थान के सचिव डॉक्टर के. श्रीनिवासराव ने बताया कि बांग्ला भाषा के लिये बाद में पुरस्कार की घोषणा की जाएगी। श्रीनिवासराव ने बताया कि पुरस्कार के लिए हर भाषा में तीन-तीन लोगों की जूरी गठित की गई थी और पुरस्कार के लिए किताबों का चयन या तो आम सहमति अथवा बहुमत से किया गया। विजेताओं को पुरस्कार स्वरूप एक उत्कीर्ण ताम्रफलक, शॉल और एक लाख रुपये की राशि एक विशेष समारोह में प्रदान किए जाएंगे।

साहित्य पुरस्कार बद्री नारायण को उनकी कविता संग्रह (तुमडी के शब्द) के लिये दिया जाएगा। वहीं, अनुराधा रॉय का अंग्रेजी भाषा में लिखा गया उपन्यास ‘ऑल द लाइव्स वी नेवर लिव्ड’ को पुरस्कार की सूची में शामिल किया गया है। वहीं वीणा गुप्ता के डोगरी नाटक-संग्रह ‘छे रूपक’ को पुरस्कार के लिए चुना गया। संस्कृत के लिये जनार्दन प्रसाद पांडेय ‘मणि’ की रचना दीपमाणिक्यम् (कविता-संग्रह) को यह पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है।

पुरस्कृत नाम इस प्रकार हैं –

हिंदी के लिए बद्रीनारायण (तुमड़ी के शब्द, कविता-संग्रह), अंग्रेजी के लिए अनुराधा रॉय (ऑल द लाइब्स वी नेवर लिव्ड, उपन्यास), पंजाबी के लिए सुखजीत (मैं अयंघोष नहीं, कहानी-संग्रह) और उर्दू के लिए अनीस अशफ़ाक (ख़्वाब सराब, उपन्यास)।

कविता के लिए पुरस्कृत लेखक हैं : रश्मि चौधुरी (बोडो), अजित आजाद (मैथिली), कोइजम शांतिबाला (मणिपुरी), गायत्रीबाला पांडा (ओडिया), जनार्दन प्रसाद पाण्डेय ‘मणि’ (संस्कृत), कजली सोरेन (जगन्नाथ सोरेन) (संथाली) ।

कहानी के लिए पुरस्कृत लेखक हैं: मनोज कुमार गोस्वामी (असमिया)।

उपन्यास के लिए पुरस्कृत लेखक हैं : माया अनिल खरंगटे (कोंकणी), प्रवीण दशरथ बांदेकर (मराठी), एम. राजेंद्रन (तमिळ), मधुरांतकम नरेंद्र (तेलुगु) ।

साहित्यिक समालोचना के लिए पुरस्कृत दो लेखक हैं: फारूक फयाज़ (कश्मीरी), एम. थॉमस मैथ्यू (मलयाळम)।

नाटक के लिए पुरस्कृत तीन लेखक हैं: वीणा गुप्ता (डोगरी), के. बी. नेपाली (नेपाली), कमल रंगा (राजस्थानी)।

आत्मकथात्मक निबंध के लिए गुलाम मोहम्मद शेख (गुजराती)।

लेख-संग्रह के लिए मुडनाकुडु चिन्नास्वामी (कन्नड) तथा संक्षिप्त सिंधी साहित्य इतिहास के लिए कन्हैयालाल लेखवाणी (सिंधी) को पुरस्कृत किया गया है।

बांग्ला में पुरस्कार बाद में घोषित किया जाएगा।

यह पुरस्कार 11 मार्च 2023 को नई दिल्ली स्थित कमानी सभागार में वितरित किए जाएँगे।

आज 17 भाषाओं की पुस्तकों को साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार 2022 के लिए भी पुरस्कृत किया गया है।बांग्ला, हिंदी, कोंकणी, मैथिली, मणिपुरी, ओडिया और संथाली भाषाओं के अनुवाद पुरस्कार बाद में घोषित किए जाएँगे।

आज ही वर्ष 2022 के लिए पूर्वी क्षेत्र से कालजयी और मध्यकालीन साहित्य में बहुमूल्य योगदान हेतु डॉ. उदयनाथ झा को साहित्य अकादमी भाषा सम्मान हेतु अनुमोदित किया गया है।

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