नदी-नहरों में अशुद्घ पानी की निकासी पर लगायें पूर्ण प्रतिबंध: एसडीएम शशि वसुंधरा
– एनजीटी के निर्देशों की अनुपालना में नदी-नहरों में पानी छोडऩे से पहले शुद्घिकरण करें सुनिश्चित
– स्पेशल एन्वायरन्मेंट सर्विलांस टास्क फोर्स की बैठक में एसडीएम ने दिए जरूरी दिशा-निर्देश
सोनीपत, 27 जुलाई। एसडीएम शशि वसुंधरा ने कड़े निर्देश दिए कि विभिन्न प्रकार के प्रदूषणों की रोकथाम के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल एनजीटी के दिशा-निर्देशों की पूर्ण अनुपालना सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि (एनजीटी) के निर्देशों की अनुपालना में सुनिश्चित करें कि नदी-नहरोंं में पानी छोडऩे से पहले शुद्घिकरण किया जाए।
लघु सचिवालय में बुधवार को स्पेशल एन्वायरन्मेंट सर्विलांस टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता एसडीएम शशि वसुंधरा कर रही थी। बैठक के दौरान उन्होंने विशेष रूप से ड्रेन नंबर-6 में छोड़़े जाने वाले पानी को लेकर विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी संबंधित विभाग जांच करें कि उनके द्वारा डे्रन में अशुद्घ पानी न छोड़ा जाए। इसके लिए सभी जरूरी प्रबंध किये जायें।
एसडीएम वसुंधरा ने कहा कि जल प्रदूषण को रोकने के लिए नदियों-नहरों की शुद्घता कायम रखनी होगी। इसके लिए जरूरी है कि नदी-नहरों में पानी छोडऩे से पहले उसे शुद्घ किया जाए। अशुद्घ पानी किसी भी स्थिति में नदी-नहरों में न छोड़ा जाए। इसके लिए संबंधित विभाग एसटीएम इत्यादि की स्थापना करें। क्षमता में विस्तार की आवश्यकता को पूरा करें। नई तकनीक की जरूरत को ध्यान में रखते हुए उसे पूरा किया जाए। कुल मिलाकर नदियों-नहरों का पानी दूषित नहीं होना चाहिए।
एसडीएम वसुंधरा ने संबंधित विभागों से उनके द्वारा की जा रही पानी की निकासी की रिपोर्ट भी तलब की। उन्होंने कहा कि इस दिशा में किये जाने वाले सभी कार्यों को शीघ्रातिशीघ्र पूरा करें। साथ ही उन्होंने इसके लिए जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन के निर्देश भी दिए। विशेष रूप से उन्होंने औद्योगिक इकाइयों के पानी की निकासी की जांच के निर्देश दिए।
बैठक में कृषि विभाग के उप-निदेशक डा. अनिल सहरावत, प्रदूषण विभाग के एसडीओ रविंद्र यादव, एक्सईएन पवन कुमार, डा. नीरज यादव, निर्मला आदि संबंधित अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।