जिम्बाब्वे जाने वाले भारतीय प्रतिनिधि मंडल का प्रतिनिधित्व करेंगे परमार्थ के संजय सिंह और शिवानी
झांसी,06 सितम्बर। दुनिया की लगभग 40 प्रतिशत आबादी पानी की कमी से जूझ रही है। एशियाई और अफ्रीकी देशों सहित विकासशील देशों में वाश (पेयजल एवं स्वच्छता) की स्थिति दयनीय हैं। पेयजल एवं स्वच्छता (वाश) को मजबूत करने के उद्देश्य से चार देशों- भारत, पाकिस्तान, जिम्बाब्वे और सिएरा लियोन की सहभागिता से बीएमजेड (आर्थिक सहयोग और विकास के लिए संघीय मंत्रालय,जर्मनी) द्वारा एक वैश्विक कार्यक्रम शुरू किया गया है। इन देशों में पेयजल और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए कार्यशाला का आयोजन जिम्बाब्वे में किया जा रहा है। कार्यशाला 11 से 18 सितंबर,22 तक हरारे, जिम्बाब्वे में आयोजित की जा रही है। सामान्य रणनीति और कार्य योजना विकसित करने के लिए, परमार्थ से डॉ. संजय सिंह और शिवानी कार्यशाला में भाग लेने के लिए हरारे जा रहे हैं।
ज्ञात हो कि परमार्थ ने विशेष तौर से पेयजल और स्वच्छता के क्षेत्र में समुदाय के सहयोग से मॉडल निर्मित किये हैं। इन मॉडलों को एवं बुंदेलखंड में किये गए कार्यों को वैश्विक पटल पर साझा करने के लिए परमार्थ से डॉ. संजय सिंह और शिवानी कार्यशाला में शामिल हो रहे हैं।
गौरतलब है कि परमार्थ उन भागीदारों से वाश परियोजना को मध्य प्रदेश राज्य में कार्य कर रही है। कार्यक्रम का उद्देश्य एसडीजी-6 (सतत विकास लक्ष्य) , वर्ष 2030 तक सभी लोगों के लिए स्वच्छ और स्थिर जल आपूर्ति और प्रभावी जल स्वच्छता सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करना है।
एक दर्जन देशों की कर चुके यात्रा
इससे पहले भी कार्यशालाओं में भाग लेने के लिए परमार्थ समाज सेवी संस्थान के सचिव डॉ संजय सिंह जापान ,फ़्रांस ,चीन ,दक्षिण कोरिया,नोर्वे सहित एक दर्जन से अधिक देशों की यात्रा कर चुके हैं।