जींद : बड़े सपने देखें और पूरे करने की रणनीति बनाएं: मेघवाल
जींद, 3 जून । माता चन्नन देवी आर्य कन्या गुरुकुल पिल्लूखेड़ा में कन्याओं के शारिरीक, मानसिक व आत्मिक विकास हेतु आर्य वीरांगना संस्कार एवं निर्माण चरित्र के समापन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के तौर पर केंद्रीय संसदीय एवं संस्कृति राज्यमंत्री भारत सरकार अर्जुन राम मेघवाल ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा के प्रधान मा. रामपाल आर्य की। कार्यक्रम का संचालन गुरूकुल के संचालक स्वामी धर्मदेव आर्य ने किया। मुख्यातिथि अर्जून राम मेघवाल को पगड़ी, चद्दर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। अर्जून राम मेघवाल ने गुरुकुल में महर्षि दयानंद कंप्यूटर लैब का उद्घाटन किया।
गुरुकुल की छात्राओं ने अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन करते हुए योग, कराटे का शानदार प्रदर्शन किया। छात्राओं ने बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ, अंधविश्वास व मां की ममता पर भी भाषण देकर उपस्थित अभिभावकों को संदेश दिया। आचार्य सोमबीर आर्य ने छात्राओं से प्रश्न किए जिनके गुरूकुल की छात्राओं ने स्टीक उत्तर दिए। उन्होंने छात्राओं को बताने योग्य बातें बतानी चाहिए, छिपाने योग्य बातें छिपानी चाहिए। सदा मिठी वाणी बोलनी चाहिए और विनम्र व प्रभावशाली बनने का संदेश दिया।
केंद्रीय संसदीय एवं संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं का नारा देकर बेटियों के सम्मान को बढ़ाया है। लड़का व लड़़की मेंं कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए। इस फैले हुए अंधविश्वास को हमें जड़ मूल से मिटाना होगा। मेघवाल ने कहा कि हमेशा बड़े सपने देखने चाहिए और उन सपनों की रणनीति बनानी चाहिए। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत देश को एक सर्वश्रेष्ठ देश बनाने का सपना देखा है। जिसके लिए प्रधानमंत्री दिन-रात प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि देश के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने अपने वैज्ञानिक समय के दौरान विज्ञान के क्षेत्र में अनेकों शोध कार्य करके देशहित में कार्य किए मेघवाल ने कहा कि कलाम ने कहा था कि मैं अध्यापक बनना चाहूंगा। क्योंकि अध्यापक एक मोमबत्ती की तरह होता है जो स्वयं जल कर दूसरों को प्रकाश देता है।
सांसद रमेश कौशिक ने फोन पर गुरुकुल में छात्रावास के लिए 10 लाख रुपये देने की घोषणा की। कार्यक्रम के अंत में उन सभी छात्राओं को सम्मानित किया गया, जिन्होंने कार्यक्रम में प्रस्तुतियां दी थी। इस मौके पर आचार्य सोमबीर आर्य, आचार्य सोमदेव आर्य, वेदप्रकाश आर्य, राजीव शर्मा, अनील चौधरी, संजीव मुआना, उमेद शर्मा, आरके मिश्रा, आत्माजी मोहन, यशवीर शास्त्री, अंशु भारद्वाज, गुरूकुल के प्राचार्य मा. ओमबीर जागलान व सभी स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।