महिला एवं बाल विभाग विभाग की दो सुपरवाइजरों के मामले में एसडीएम ने सीडीपीओ को पत्र लिखकार जवाब मांगा
गन्नौर। महिला एवं बाल विभाग की दो गांवों की सुपरवाईजरों द्वारा तय समय से पहले सेंटर को छोड़ने के मामले में एसडीएम ने विभाग की सीडीपीओ को पत्र लिखकर जवाब मांगा है। अब सीडीपीओ दो गांवों की सुपरवाईजर से इस मामले को लेकर जबाब देगी। गौरतलब है कि गांव दातौली सर्कल की सुपरवाईजर ने घसौली गांव में अपनी डयूटी पर निर्धारित समय से पहले सैंटर छोड़ दिया था। उन्होंने खुद स्वीकार किया कि उन्हें बैंक के काम के लिए दिल्ल्ी जाना था। वहीं गांव खुबडू सर्कल की सुपरवाईजर ने भावर गांव में अपनी डयूटी के गांव को छोड़ने के बारे में बताया था कि उन्हें खुबडू गांव में आगंनवाड़ी से संबधित काम के लिए आना पड़ा था। उन्होंने समय के शैडयूल् के बारे में बताया था कि समय का शैडयूल की जानकारी कार्यालय में ही आने के बाद मिलेगी। घसौली गांव के एक केन्द्र में समय से पहले सुपरवाईजर के जाने पर ताला लगा मिला था। जानकारी के अनुसार आंगनवाड़ी केंद्र खोलने का समय सुबह 9 बजे है और केंद्र में आने वाले बच्चों की छुट्टी का समय दोपहर को है उसके बाद सुपरवाइजर आंगनवाड़ी वर्कर को अपने केंद्रों पर बैठकर संबंधित कार्यों का निपटान करवाना होता है। सुपरवाइजरो का सभी केंद्रों पर निरीक्षण के बाद संबंधित गांव के मुख्य सेंटर पर बैठकर कार्य निपटान के बाद छुट्टी होने का समय पौने तीन बजे है।
सीडीपीपओ से सुपरवाईजर के मामने में जवाब मांगा : एसडीएम — एसडीएम सुरेन्द्र दून ने बताया कि दो सर्कलों में एक आंगनवाड़ी सैंटर बंद व दूसरे में सुपरवाइजर संबधित गांव से दूसरे गांव में जाने का मामला संज्ञान में आया था। जिसको लेकर उन्होंने मौखिक तौर निर्देश देकर सीडीपीओ से जवाब मांगा है। उन्होंने बताया कि जवाब आने के बाद ही पता चलेगा कि किस कारण से सेंटर बन्द था और सुपरवाइजर क्यों नही मिली। एसडीएम ने कहा कि यदि बिना किसी जरूरी कार्य के बगैर वहां से गैरहाजिर मिली तो उन पर नियमानुसार उचित करवाई कि जाएगी और वे कार्यालय या सरकार के किसी कार्य से गई हुई थी तो वो उनकी ड्यूटी का हिस्सा है।