हरियाणा

आईआईटी दिल्ली के एक्सटेंशन सेंटर सोनीपत में शोध कार्य को दिया जाएगा बढ़ावा: एसीएस

– भविष्य में आईआईटी के एक्सटेंशन सेंटर को अंतर्राष्टï्रीय स्तर पर मिलेगी अलग पहचान


-हरियाणा के शिक्षण संस्थानों के छात्र व औद्योगिक इकाइयां उठायें सेंटर का पूर्ण लाभ


-10 एकड़ में हो चुका विकसित, 40 एकड़ में विकास के लिए योजना तैयार


-झज्जर में भी 50 एकड़ में विकसित किया जाएगा आईआईटी दिल्ली का एक्सटेंशन सेंटर


– आईआईटी एक्सटेंशन सेंटर सोनीपत में एसीएस आनंद मोहन शरण ने किया अकेडमिक आउटरिच-डे का शुभारंभ


राई (सोनीपत), 30 जुलाई। तकनीकी एवं उच्चतर शिक्षा विभाग हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) आनंद मोहन शरण ने कहा कि राजीव गांधी एजुकेशन सिटी में स्थापित आईआईटी दिल्ली का एक्सटेंशन सेंटर हरियाणा में आईआईटी की आवश्यकताओं को पूरा कर रहा है, जिसके विस्तार के लिए रोड मैप तैयार किया जा चुका है। आईआईटी एक्सटेंशन सेंटर में विशेष रूप से शोध कार्य को बढ़ावा दिया जाएगा, जिसका लाभ हरियाणा की औद्योगिक इकाइयों तथा तकनीकी एवं उच्चतर शिक्षण संस्थानों के शोधकर्ताओं को आगे बढक़र उठाना चाहिए।
अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण शनिवार को आईआईटी एक्सटेंशन सेंटर में आयोजित अकेडमिक आउटरिच-डे में तकनीकी एवं उच्चतर शिक्षण संस्थानों के शिक्षकों तथा विद्यार्थियों को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। दीप प्रज्वलित कर अकेडमिक आउटरिच-डे का शुभारंभ करते हुए उन्होंने आईआईटीडी के एक्सटेंशन सेेंटर के विस्तार की योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सेंटर में यह पहला अकेडमिक आउटरिच-डे आयोजित किया गया है, जिसके दूरगामी परिणाम मिलेंगे। एक्सटेंशन सेंंटर के लिए 50 एकड़ भूमि आवंटित है, जिसमें से 10 एकड़ भूमि में सेंटर विकसित किया जा चुका है। शेष 40 एकड़ भूमि के लिए भी योजनाएं तैयार की जा चुकी है, जिसमें समय की मांग का प्रमुखता से ध्यान रखा गया है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि एक्सटेंशन सेंटर का मकसद मात्र स्नातक व स्नातकोत्तर इंजीनियर तैयार करना ही नहीं है अपितु हमारा प्रयास है कि यहां राष्टï्रीय व अंतर्राष्टï्रीय स्तर की तकनीकी सुविधाएं विकसित हों ताकि शोध व अन्य परियोजनाओं को बढ़ावा मिल सके। इसके लिए योजनाएं बनाई गई हैं। सेंटर के विस्तार में एटमोसफियरिक टावर, रियल टाइम डाटा, अर्थ साइंस, रिसर्च लैब, ग्र्रीन हाईड्रोजन, इनोवेशन हब ड्रोन, ड्रग डिस्कवरी, नैना साइंस तथा हैल्थ केयर तकनीक  इत्यादि सुविधाएं मिलेेंगी। उन्होंने अकेडमिक आउटरिच-डे में शामिल शिक्षकों व विद्यार्थियों का आह्वïान किया कि वे इसका अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करें, ताकि ज्यादा से ज्यादा शोधकर्ताओं को इसका लाभ मिल सके। शोधकर्ताओंं को यहां हर संभव सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने आईआईटी दिल्ली के साथ विस्तृत एमओयू साइन किया है, जिसका विशेष लाभ प्रदेश के युवाओं को मिलेगा। आईआईटीडी के विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों में हरियाणा के छात्रों को प्रमुखता से शामिल किया जाएगा।
अतिरिक्त मुख्य सचिव शरण ने जानकारी दी कि तकनीकी एवं उच्चतर शिक्षा विभाग हरियाणा नियमित रूप से आईआईटीडी के साथ मिलकर काम करेगा। उन्होंने कहा कि इस दिशा में आगे बढऩे के लिए एक छोटा-सा वर्किंग ग्रुप बनायेंगे, जिसमें प्रदेश के सरकारी व निजी विश्वविद्यालयों सहित औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सेंटर में उपलब्ध सुविधाओं का पूर्ण लाभ पात्रों तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने आईआईटीडी का आह्वïान किया कि एक लेख तैयार करें जिसमें एमओयू सहित भविष्य की योजनाओं की जानकारी शामिल की जाए, जिसे फिर सभी संस्थानों को प्रेषित किया जाए।
अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण ने कहा कि आने वाले समय में आईआईटी एक्सटेंशन सेंटर को राष्टï्रीय ही नहीं अपितु अंतर्राष्टï्रीय स्तर पर अलग पहचान मिलेगी, जिसके लिए योजनाबद्घ तरीके से कदम बढ़ाये जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि झज्जर में भी 50 एकड़ भूमि में आईआईटीडी का एक्सटेंश्न सेंटर स्थापित किया जाएगा, जहां विशेष रूप से बायो साइंस को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि वे आईआईटीडी के पूर्व छात्र रहे हैं। ऐसे में उन्हें आईआईटी की बढ़ती ख्याति को देखकर गर्व की अनुभूति होती है।
अकेडमिक आउटरिच-डे की अध्यक्षता कर रहे आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो. रंगन बैनर्जी ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए कहा कि आईआईटीडी डायमंड जुबली मना रहा है, जिसके तहत हरियाणा में यह आयोजन किया गया है। आईआईटीडी में इंजीनियरिंग तथा विज्ञान के अलावा विभिन्न पाठ्यक्रमों की सुविधाएं हैं, जहां लगभग 12 हजार छात्रों के लिए 600 की संख्या में शिक्षण स्टाफ मौजूद है। आईआईटीडी का कैम्पस 320 एकड़ में है, जिसके एक्सटेंशन सेंटर लिए हरियाणा सरकार ने सोनीपत में जमीन उपलब्ध करवाई है। अब सेंटर के विस्तार की ओर कदम बढ़ाये जायेंगे।
निदेशक प्रो. रंगन बैनर्जी ने बताया कि आईआईटीडी उन्नत भारत अभियान के तहत गांवों पर फोकस कर रहा है। गांवों में हमारे छात्र अपने शिक्षकों के निर्देशन में वहां की समस्याओं के समाधान व मांगों की पूर्ति के लिए काम करेेंगे। छात्रों को राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सोनीपत में एक्सटेंशन सेंटर में नये आइडियाज व इनोवेशन को प्रोत्साहन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ई-विद्या स्कीम के माध्यम से सर्टिफिकेट कोर्स करवायेंगे। साथ ही उन्होंने अन्य योजनाओं की जानकारी देते हुए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया कि वे हर सुविधा का पूर्ण लाभ उठायें।
इस मौके पर अकेडमिक आउटरिच-डे के संयोजक प्रो. अशोक पटेल व प्रो. केदार खड़े ने आयोजन की रूपरेखा की विस्तृत जानकारी देते हुए अतिथियों को पौधे भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा विभाग हरियाणा के निदेशक डा. केके कटारिया व संयुक्त निदेशक हरिश गुप्ता, एसडीएम शशि वसुंधरा, प्रो. पृथा चंद्रा, प्रो. अभिजीत, पीआरओ शिव यादव आदि मौजूद थे।

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