सीआर पार्क और ग्रेटर कैलाश में बनाए गए कृत्रिम घाट
नई दिल्ली, 04 अक्टूबर। आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने दक्षिणी दिल्ली के सीआर पार्क और ग्रेटर कैलाश में दुर्गा पूजा के बाद प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए बनाए गए कृत्रिम घाटों का मंगलवार को दौरा किया।
विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मां दुर्गा की प्रतिमा का कृत्रिम तालाबों में ही विसर्जन सुनिश्चित करने के प्रशासन को निर्देश दिए गये हैं। यमुना नदी की सफाई और मां दुर्गा के भक्तों को उनके धार्मिक दायित्वों को पूरा करने में कृत्रिम तालाब मदद करेंगे।
यमुना नदी में प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष के निर्देशन में कृत्रिम घाट बनाए गए हैं। अस्थाई घाट स्थिरता के सिद्धांत का प्रतिनिधित्व करते हैं क्योंकि वे यमुना तक पहुंचने और नदी की प्राकृतिक पारिस्थितिकी में बाधा डालने वाले मां दुर्गा की मूर्तियों के निर्माण में प्रयुक्त रसायनों और अन्य सामग्रियों को रोक लेंगे।
दिल्ली जल बोर्ड दुर्गा पूजा समारोह के दौरान यमुना को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए काम कर रहा है। सीआर पार्क को शहर में दुर्गा पूजा समारोहों का केंद्र माना जाता है। भारद्वाज ने इस बार सुनिश्चित किया है कि मां दुर्गा की मूर्ति का विसर्जन यमुना में नहीं हो और अधिकारियों ने इसके लिए दुर्गा पूजा पंडालों के पास कृत्रिम घाट बनाए हैं।
दिल्ली विकास प्राधिकरण को मां दुर्गा की मूर्तियों के विसर्जन के लिए नेहरू प्लेस के पास आस्था कुंज में विसर्जन घाटों की खुदाई की अनुमति देने के लिए कहा, जिस पर डीडीए ने सहमति दी। पिछले साल मूर्ति विसर्जन के लिए कृत्रिम घाटों की खुदाई के वास्ते डीडीए की ओर से कोई सहयोग नहीं मिला था।
भारद्वाज के प्रयासों से दुर्गा पूजा पंडालों के पास पांच कृत्रिम घाटों का विकास किया गया है। दक्षिण दिल्ली के अन्य दुर्गा पूजा पंडालों से मूर्ति विसर्जन के लिए आस्था कुंज में एक बड़े आकार का कृत्रिम घाट बनाया गया है। यहां कृत्रिम घाट और बनाना संभव नहीं था।
आस्था कुंज इन सभी कृत्रिम तालाबों में सबसे बड़ा तालाब है, जोकि लगभग 15-20 पानी के टैंकरों की क्षमता रखता है। जिसमें बड़ी मूर्तियां भी आसानी से विसर्जित की जा सकेंगी। विसर्जन के लिए स्थानीय दुर्गा पूजा समितियों को अलग-अलग समय दिया गया है ताकि सभी श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के विसर्जन कर सकें। आस्था कुंज के अलावा ग्रेटर कैलाश-II के बी-ब्लॉक, डी-ब्लॉक, को-ऑपरेटिव ग्राउंड, सीआर पार्क में मेला ग्राउंड और ई-ब्लॉक में पांच कृत्रिम घाट विकसित किए गए हैं।
भारद्वाज ने कहा कि दिल्लीवासियों के कल्याण के लिए समर्पित सरकार के रूप में हमें यह सुनिश्चित करना है कि मां दुर्गा के एक भी भक्त को पूजा के दौरान या उसके बाद किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़े। कृत्रिम तालाब यमुना नदी की सफाई और मां दुर्गा के भक्तों को उनके धार्मिक दायित्वों को पूरा करने में मदद के दोनों उद्देश्यों के बीच सामंजस्य स्थापित करेंगे।
उन्होंने कहा कि हमें यमुना में मूर्ति विसर्जन के संबंध में एनजीटी के निर्देशों का पालन करना चाहिए, ताकि 2025 तक माननीय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी द्वारा निर्धारित यमुना की सफाई का उद्देश्य पूरा हो सके।