राष्ट्रीय

आरएसएस क्या है, यह तुष्टिकरण के पैरोकारों को छोड़कर सब जानते हैं : गिरिराज सिंह

बेगूसराय, 15 जुलाई। पटना के एसएसपी मनजीत सिंह ढिल्लो द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तुलना पीएफआई जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठन से किए जाने से हर ओर आक्रोश का माहौल है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल तथा भाजपा सहित विचार परिवार से जुड़े तमाम कार्यकर्ता एवं राष्ट्रवादी विचारधारा के लोग एसएसपी के इस बयान की कड़ी निंदा कर रहे हैं।

केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ क्या है यह बात कुछ एजेंडावादियों और तुष्टिकरण के पैरोकारों को छोड़कर सब जानते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मतलब राष्ट्र प्रेम है, आरएसएस मतलब राष्ट्र कल्याण है, आरएसएस मतलब देश सेवा है। आरएसएस मतलब जनकल्याण, आरएसएस मतलब मानवता और सौहार्द्र तथा आरएसएस का मतलब संविधान का हिमायती है। देश और दुनिया का हर समझदार व्यक्ति इस बात को जानता है, सिवाय कुछ एजेंडावादियों और तुष्टिकरण के पैरोकारों को छोड़कर।

राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा ने एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो पर कार्रवाई करने की मांग किया है। उन्होंने कहा है कि पटना के पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आपत्तिजनक वक्तव्य निंदनीय तो है ही दुर्भावना से ग्रसित भी है। अपने बयान पर वह खेद प्रकट करें और सरकार उन पर करवाई करें। ऐसा लगता है कि यह जानबूझकर दिया गया बयान है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) वाणिज्य मंच के प्रदेश अध्यक्ष नीरज कुमार ने कहा है कि पटना एसएसपी का बयान घोर आपत्तिजनक जनक है। उनके पास तीन ही विकल्प है, माफी मांगना, अविलंब स्थानांतरण या निलंबन। इंसान से भूल हो जाया करता है, पहला विकल्प माफी मांगना ही उनके प्रौढ़ता एवं बुद्धिमत्ता का परिचायक होगा।

भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार वीरेश ने एसएसपी को बर्खास्त करने की मांग किया है। वीरेश ने कहा कि पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने जो कुछ कहा है वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संरक्षण में कहा है, पटना के एसएसपी को बर्खास्त किया जाए।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पटना दौरे से एक दिन पहले सोमवार को सुरक्षा बलों ने तीन आरोपितों को पटना में गिरफ्तार किया। ये फुलवारीशरीफ में केरल सहित अन्य कई राज्य के युवाओं को प्रशिक्षित कर भारत को 2047 तक इस्लामिक राष्ट्र बनाने के मिशन का पर्दाफाश किया है। इस संबंध में गुरुवार को प्रेसवार्ता में पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने मार्शल आर्ट और शारीरिक प्रशिक्षण देने की आड़ में चल रहे प्रतिबंधित संगठन पीएफआइ (पापुलर फ्रंट आफ इंडिया) की तुलना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से कर दी।

उन्होंने कहा था कि जिस तरह आरएसएस की शाखा में स्वयं सेवकों को शारीरिक प्रशिक्षण दिया जाता है, उसी तरह पकड़े गए संदिग्धों को भी ट्रेनिंग दी जाती थी। एसएसपी के इस बयान के बाद लोगों में काफी आक्रोश है तथा त्वरित कड़ी कार्रवाई की मांग किया जा रहा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker