हरियाणा

धरती-जल-वायु की शुद्घता के लिए करें हर संभव प्रयास: चेयरमैन प्रीतम पाल

-राजमार्ग रखें साफ-सुथरे, एनएच-44 को बनायें आदर्श राजमार्ग

-पर्यावरण संरक्षण में जन सहयोग अपेक्षित, प्रशासन करें लोगों को जागरूक

-एनजीटी के दिशा-निर्देशों की पूर्ण अनुपालना की जाए सुनिश्चित  

-एनजीटी मॉनिटरिंग कमेटी के  चेयरमैन प्रीतम पाल ने अधिकारियों की बैठक लेेते हुए दिए जरूरी निर्देश 

सोनीपत, 08 जून। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश एवं नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की मॉनिटरिंग कमेटी के चेयरमैन प्रीतम पाल ने अधिकारियों के साथ आम जनमानस का आह्वïान किया कि वे धरती-जल-वायु की शुद्घता के लिए हर संभव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि जन सहयोग के बिना इस प्रयास को सफलता मिलना संभव नहीं है। इसलिए जिला प्रशासन इस दिशा में लोगों को जागरूक करते हुए उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें। 

उपायुक्त कैंप कार्यालय में मंगलवार को जिला अधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता चेयरमैन प्रीतम पाल कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढिय़ों को शुद्घ पर्यावरण उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी हम सबकी है। आज के दौर में हर कोई धरती-जल-वायु को दूषित करने में लगा हुआ है, किंतु इन की शुद्घता की ओर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। इस दिशा में हर आदमी सहयोग कर सकता है, जिसके लिए संवेदनशीलता के साथ इच्छाशक्ति का होना जरूरी है। असली तीर्थ और सबसे बड़ा पुण्य का कार्य यही है कि हम वातावरण को शुद्घ रखें। उन्होंने अधिकारियों को संकल्प दिलाया कि वे स्वच्छ और शुद्घ पर्यावरण के लिए हर रोज कुछ न कुछ सहयोग अवश्य करेंगे। 

एनजीटी की मॉनिटरिंग कमेटी के चेयरमैन प्रीतम पाल ने इस दौरान राजमार्गों को साथ-सुथरा रखने का संकल्प दोहराया, जिसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन को विशेष रूप से प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि सोनीपत की सीमा से गुजरने वाले एनएच-44 को पूर्ण रूप से स्वच्छ बनाना है, जिसके लिए एकजुट प्रयास किये जायें। उन्होंने कहा कि राजमार्गों को साफ-सुथरा रखने की मुहिम प्रदेशभर में चलायेंगे। इस दौरान उन्होंने एजेंडा के अंतर्गत विभिन्न मामलों की विस्तार से समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। 

चेयरमैन प्रीतम पाल ने प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट की दिशा में किये जा रहे प्रयासों की विशेष रूप से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट बहुत आवश्यक है। गांवों में कलैक्शन सेंटरों के माध्यम से इस कार्य को उचित प्रकार से करें। साथ ही एनजीओ व आरडब्ल्यूए की सहायता से प्रदूषण नियंत्रण के लिए लोगों में जागृति फैलायें। गांवों में गीला व सूखा कूड़ा अलग करने की व्यवस्था के साथ कूड़े से खाद बनाने के प्रयासों को बल प्रदान करें। इसके लिए गड्ढïों की व्यवस्था करें। उन्होंने फसल अवशेष प्रबंधन की भी समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि पराली किसी भी स्थिति में जलाई न जाये। उन्होंने रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, एसटीपी की भी रिपोर्ट लेते हुए जरूरी निर्देश दिए। 

सूखा-गीला कूड़ा अलग-अलग करें एकत्रित:

एनजीटी की मॉनिटरिंग कमेटी के चेयरमैन प्रीतम पाल ने कूड़ा अलग करके एकत्रित किये जाने के कार्य की समीक्षा करते हुए रिपोर्ट तलब की। उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में सूखा व गीला कूड़ा अलग-अलग एकत्रित किया जाए, ताकि कूड़े को रिसाईकिल किया जा सके। इससे कूड़े के उचित निस्तारण में मदद मिलेगी। उन्होंने इस संदर्भ में 30 सितंबर तक  का समय प्रदान करते हुए निर्देश दिए कि निर्धारित समयावधि तक यह कार्य सुनिश्चित किया जाए। 

मेडिकल वेस्ट तथा औद्योगिक कचरा प्रबंधन करें सुदृढ़:

एनजीटी की मॉनिटरिंग कमेटी के चेयरमैन प्रीतम पाल ने मेडिकल वेस्ट तथा औद्योगिक कचरा प्रबंधन को लेकर भी विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिला भर में सरकारी व निजी अस्पतालों से निकलने वाले मेडिकल वेस्ट का अनिवार्य रूप से उचित निस्तारण करें। साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले कचरे का भी उचित प्रबंधन किया जाए। 

ध्वनि प्रदूषण की रोकथाम के लिए उठायें हर जरूरी कदम:

एनजीटी की मॉनिटरिंग कमेटी के चेयरमैन प्रीतम पाल ने पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि ध्वनि प्रदूषण कम करने की दिशा में प्रभावी कदम उठाये जायें। उन्होंने निर्देश दिए कि पटाखे छोडऩे वाली मोटरसाईकिलों तथा सीमा से अधिक ध्वनि प्रदूषण करने वाले वाहनों को जब्त करने की कार्रवाई करें। साथ ही ध्वनि मापक यंत्रों के माध्यम से नियमों का उल्लंघन करने वालों के चालान किये जायेें। उन्होंने डीजे के प्रयोग को लेकर भी विशेष निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रात्रि के समय निर्धारित समयसीमा के उपरांत डीजे का प्रयोग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें। 

इस दौरान उपायुक्त ललित सिवाच ने भरोसा दिलाया कि एनजीटी के सभी दिशा-निर्देशों की ईमानदारी से पूर्ण अनुपालना करवाई जाएगी। प्रदूषण नियंत्रण के लिए एकजुट प्रयास किये जायेंगे। इस मौके पर उपायुक्त ललित सिवाच सहित निगमायुक्त धर्मेंद्र सिंह, एनजीटी मॉनिटरिंग कमेटी के चेयरमैन के विशेष सहयोगी बाबूराम, अतिरिक्त उपायुक्त शांतनू शर्मा, एसडीएम शशि वसुंधरा एसडीएम सुरेंद्र सिंह दून, एसडीएम आशीष कुमार, नगराधीश डा. अनमोल, डीएसपी विपिन कादयान, एडिशनल सीईओ अमित मान, कृषि विभाग के उप-निदेशक डा. अनिल सहरावत, एक्सईएन पंकज गौड़, हरभजन सिंह, डीआरओ चंद्रमोहन आदि अधिकारीगण मौजूद थे। 

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