राष्ट्रीय

 लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने केन्या के राष्ट्रपति विलियम से की मुलाकात

नैरोबी (केन्या), 17 जनवरी। केन्या और तंजानिया में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल (आईपीडी) का नेतृत्व कर रहे लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को केन्याई स्टेट हाउस में केन्या के राष्ट्रपति डॉ. विलियम सामोई रूटो से मुलाक़ात की।

इस अवसर पर बिरला ने भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल और भारत की संसद की ओर से डॉ. विलियम सामोई रुतो को केन्या गणराज्य के राष्ट्रपति के पद पर निर्वाचित होने पर बधाई दी। बिरला ने आशा व्यक्त की कि रुटो के नेतृत्व में भारत-केन्या द्विपक्षीय संबंध सहयोग और समृद्धि की नई ऊंचाइयों को छुएंगे तथा नवाचार, आईसीटी और स्वास्थ्य जैसे नए क्षेत्रों में भी दोनों देशों के संबंधों का विस्तार होगा।

बिरला ने कहा कि भारत आईसीटी, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि जैसे क्षेत्रों में केन्या के साथ अपनी विशेषज्ञता और अनुभव साझा करने के लिए तैयार है। दोनों देशों के समक्ष उपस्थित साझा चुनौतियों के बारे में बोलते हुए बिरला ने कहा कि भारत और केन्या आतंकवाद से पीड़ित रहे हैं और दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ एक साझी लड़ाई लड़ रहे हैं। बिरला ने इस बात पर जोर दिया कि वैश्विक आतंकवाद दुनिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती है।

लोक सभा अध्यक्ष की केन्या की सीनेट के अध्यक्ष से मुलाकात

बिरला ने सीनेट के स्पीकर अमासन जेफा किंगी से भी मुलाकात की। इस भेंट के दौरान अन्य मुद्दों के साथ-साथ संसदीय सहयोग को और मजबूत करने, मैत्री ग्रुपों के गठन और सदस्यों की क्षमता निर्माण के बारे में चर्चा हुई । इस अवसर पर बिरला ने कहा कि भारत और केन्या के बीच सदियों से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से, समुद्री पड़ोसियों ने हिंद महासागर के स्वाहिली तट के माध्यम से व्यापार किया है।

बिरला ने कहा कि दोनों देशों के लोगों के बीच व्यापार, विकास में साझेदारी और क्षमता निर्माण पर आधारित मजबूत संबंध रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि समय के साथ व्यापक आर्थिक सहयोग; विकास में साझेदारी और आतंकवाद का मुकाबला करते हुए शांति और सुरक्षा बनाए रखने के साझे लक्ष्य के कारण भारत और केन्या के बीच संबंध और मजबूत हुए हैं।

अध्यक्ष ने नैरोबी विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित किया

बाद में बिरला ने नैरोबी विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित किया। इस अवसर पर बिरला ने कहा कि युवाओं में नई सोच है, ऊर्जा है, कुछ नया करने का संकल्प है। आज के महत्वाकांक्षी भारत में युवाओं को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। सरकार की समर्थकारी नीतियों और युवाओं के प्रयासों से आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। भारत की विकास गाथा की बात करते हुए बिरला ने कहा कि हाल के वर्षों में शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रौद्योगिकी, अर्थव्यवस्था के क्षेत्रों में काफी बदलाव आया है और इसके परिणामस्वरूप समाज में भी परिवर्तन आए हैं। उन्होंने स्किल इंडिया और स्टार्ट अप इंडिया की सरकार की पहल का उल्लेख किया और बताया कि कैसे ये योजनाएं युवाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही हैं।

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