बिहार

भास्कर महोत्सव का आयोजन नहीं होने पर पूर्व विधायक ने जतायी नाराजगी

सहरसा,30 अक्टूबर। छठ पर्व के अवसर पर कोसी मुख्यालय सहरसा में पिछले वर्ष से शुरू किया गया भास्कर महोत्सव का आयोजन इस वर्ष नहीं किया गया है।जिस कारण आम लोगों में मायूसी है। भास्कर महोत्सव के अवसर पर सन्ध्या अर्घ्य और उदयगामी सूर्य के समय नामचीन कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति की जाती थी। इस वर्ष आयोजन नहीं होने के सम्बन्ध में जिला प्रशासन के अधिकारी पूछने पर वे बोलने से बचते रहे लेकिन जितनी जानकारी मिली उससे पता चला कि कला संस्कृति एवं युवा विभाग से इस महोत्सव के आयोजन के सम्बन्ध में न निर्देश दिया गया न ही राशि आवंटित की गयी।जबकि पिछले वर्ष कला संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा सहरसा में भास्कर महोत्सव की शुरुआत की गयी थी।

तत्कालीन बिहार सरकार के विभागीय मंत्री एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि द्वारा यह घोषणा की गई थी भास्कर महोत्सव बिहार के कैलेंडर में शामिल किया गया है। यह प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाएगा। लेकिन अब जिला प्रशासन द्वरा इसे गम्भीरता से नहीं लिया गया।इस कारण इस महोत्सव पर ग्रहण लग गया है। जबकि नियम यह है कि बिहार सरकार द्वारा किसी उत्सव/महोत्सव का घोषणा होती है तो सरकार उसे कैलेंडर में शामिल करती है और उसके सम्बन्ध में बजट में राशि का प्रावधान किया जाता है। जब राशि आवंटित नहीं हुई है इसका अर्थ यह हुआ कि राज्य सरकार द्वारा भास्कर महोत्सव को कलेंडर में शामिल नही किया गया। यह कोसी कमिश्नरी मुख्यालय सहरसा की जनता के साथ धोखा है।सहरसा में वर्षों से कोशी महोत्सव मनाया जाता था। इसमें कोसी प्रमंडल के तीनों जिलों के सांस्कृतिक पुरातात्विक ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण तथा आंचलिक गीत-संगीत-नृत्य को बढ़ावा दिया जाता था। लेकिन पिछले तीन वर्ष से राजग सरकार द्वारा राशि उपलब्धता के बावजूद बन्द कर दिया था।बिहार सरकार द्वारा जब महिषी में उग्रतारा महोत्सव, बलवाहाट में मटेश्वरधाम महोत्सव, देवना में वानेश्वरधाम महोत्सव, बनगांव में होली महोत्सव एवं रविदास महोत्सव मनाया जाता है तो भास्कर महोत्सव एवं कोशी महोत्सव को क्यों बन्द किया गया है।

पूर्व विधायक किशोर कुमार ने कहा कि मैं बिहार सरकार से यह पूछना चाहता हूँ कि सहरसा के साथ यह दोहरा और छल करने वाला व्यवहार कब तक चलता रहेगा।पूर्व की राजग सरकार और वर्तमान की महागठबंधन सरकार दोनों ने मिलकर कोशी कमिश्नरी के मुख्यालय सहरसा के साथ सौतेला व्यवहार किया है। दोनों गठबंधन के जनप्रतिनिधियों ने सहरसा की जनता को ठगने का कार्य किया है। लेकिन मैं सहरसा के साथ होने वाले हर अन्याय के विरोध में आवाज बुलंद करने का काम करता रहूंगा। सहरसा ने जितना सामर्थ्य दिया है उससे अधिक बढ़कर सहरसा की बेहतरी के लिए तन मन और धन से हमेशा की तरह खड़ा रहूँगा।

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