नई उंचाइयों को छू रही है गुजरात के विकास की पतंग : भूपेन्द्र पटेल
अहमदाबाद, 08 जनवरी। अहमदाबाद का साबरमती रिवरफ्रंट रंग-बिरंगी और अजीबो-गरीब पतंगों से गुलजार है। यहां रविवार से 68 देशों के 125 पतंगबाज समेत देश के 14 राज्यों के 65 और गुजरात के विभिन्न जिलों के 660 से अधिक पतंगबाज आसमान की ऊंचाई को मात देने में जुटे हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव का उद्धाटन किया। 14 जनवरी तक चलने वाले इस महोत्सव में इस बार वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाने की तैयारी है।
अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट पर आयोजित उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किया गया काइट फेस्टिवल आज वैश्विक पहचान बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में गुजरात के विकास की पतंग लगातार दो दशक से नई ऊंचाइयों को छू रही है। पतंग महोत्सव आकाश की ऊंचाई को छूने और इसे पार करने का अवसर है। पतंग उन्नति, प्रगति और उड़ान का प्रतीक है। पतंग महोत्सव जैसे त्योहार अंतरराष्ट्रीय आकर्षण बन चुके हैं। गुजरात के पतंग उद्योग के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने परंपरागत त्योहारों, उत्सवों को जनभागीदारी के साथ लोक उत्सव के रूप में मनाने के लिए प्रोत्साहित किया है। इसके कारण दो दशक पहले जहां पतंग का व्यापार सिर्फ 8 से 10 करोड़ रुपये का था वहीं अब यह 625 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। देश के पतंग उद्योग का 40 फीसदी हिस्सा गुजरात ने प्राप्त किया है। गुजरात के 1.30 लाख लोग पतंग उद्योग से जुड़कर रोजगार प्राप्त कर रहे हैं।
राज्य के पर्यटन मंत्री मुलूभाई बेरा ने कहा कि पतंग महोत्सव के आयोजन से अन्य राज्य सीख लेकर संस्कृति और प्रकृति का जतन करें, यह जरूरी है। गुजरात में पिछले लंबे समय से मकर संक्रांति के दौरान काइट फेस्टिवल आयोजित होता है। इस बार यह फेस्टिवल गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान प्राप्त करेगा। छोटी, बड़ी, एक साथ अनेक पतंग, विविध प्राणियों के आकार के पतंग इस दौरान आकाश में नजर आएंगे। बेरा ने कहा कि इस बार जी20 की कई बैठकें गुजरात में होने वाली हैं। इस वजह से पतंग महोत्सव के थीम को जी20 से भी जोड़ा जाएगा।
पतंगोत्सव में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, रूस, जर्मनी, ग्रीस, इजराइल, इजिप्त, कोलंबिया, डेनमार्क, न्यूजीलैंड, इंडोनेशिया, इटली, मैक्सिको, साउथ अफ्रिका, बेल्जियम, बहरीन, इराक, मलेशिया, पोलेंड, मोरेशियस, पुर्तगाल, स्वीटजरलैंड, नीदरलैंड, श्रीलंका, नेपाल, जॉर्डन, जिम्बॉब्वे, अल्जेरिया, बेलारूस समेत 68 देशों के प्रतिनिधि शामिल हैं। ये सभी पतंगबाज राज्य के वडोदरा, वडनगर, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, द्वारका, सूरत, सोमनाथ, राजकोट, धोलेरा, सफेद रण और अहमदबाद रिवर फ्रंट पर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।