शुरुआती डायग्नोसिस और समय पर इलाज शुरू करने से ब्रेन एवं स्पाइन सम्बंधित परेशानियों से बचा जा सकता है

मैक्स हॉस्पिटल शालीमार बाग ने न्यूरोसर्जिकल तरक्की पर एक संवाद सत्र का आयोजन किया सोनीपत: मस्तिष्क और रीढ़ को प्रभावित करने वाली न्यूरोलॉजी बीमारियों के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए देश के अग्रणी स्वास्थ्य संस्थान मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल शालीमार बाग, नई दिल्ली ने आज एक संवाद सत्र का आयोजन किया। इस सत्र का मकसद मस्तिष्क और रीढ़ समेत समस्त परेशानियों के इलाज के लिए उपलब्ध उन्नत न्यूनतम शल्यक्रिया के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। मैक्स हॉस्पिटल शालीमार बाग की विशेषज्ञ टीम को मजबूती देते हुए डॉ. अनिल कुमार कंसल हाल ही में न्यूरो एवं स्पाइन सर्जरी विभाग में बतौर वरिष्ठ निदेशक और एचओडी जुड़े हैं। डॉ अनिल, मैक्स हॉस्पिटल शालीमार बाग और बीएलके—मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल में ब्रेन एवं स्पाइन सम्बंधित समस्याओं के ओपीडी परामर्श के लिए उपलब्ध हैं डॉ. अनिल ने उपस्थित समूह को संबोधित करते हुए छोटे और मझोले शहरों में मस्तिष्क एवं रीढ़ की बढ़ती समस्याओं के बारे में बताया। सभी आयुवर्ग में न्यूरोलॉजिकल समस्याओं के बढ़ते मामलों पर भी जोर दिया गया और बताया गया कि बेहतर परिणाम पाने के लिए सही समय पर इलाज शुरू कराने की अहम भूमिका होती है।डॉ. अनिल कुमार कंसल ने बताया, ‘यह दुखद है कि ज्यादातर लोग दर्द की समस्या के मूल कारणों की पहचान करने और इसे दूर करने के उपायों के बजाय इसे जीवन का सामान्य हिस्सा मान लेते हैं। पीठ या गर्दन के दर्द की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए। शुरुआती इलाज से दर्द का हल निकल सकता है और कम समय में ही समस्या की असल वजह जानते हुए पूर्ण रूप से स्वस्थ हो सकते हैं। शुरुआती डायग्नोसिस से सर्जरी का खतरा भी टल सकता है और उचित इलाज कराने से मरीज पीठ दर्द और रीढ़ की समस्याओं से निजात पाते हुए बेहतर जीवन जी सकता है।’कई सारे मरीज ओपन और परंपरागत सर्जरी से डरते हैं लेकिन इस क्षेत्र में हुई हाल की तरक्की की बदौलत स्पाइनल सर्जरी न्यूनतम कट वाली शल्यक्रिया हो गई है और इसमें कम रक्तस्राव तथा शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के साथ ही यह सुरक्षित होती है। इसका सबसे बड़ा लाभ शारीरिक सौंदर्य बरकरार रहना है, वहीं हड्डी या मांसपेशियों को भी कोई क्षति नहीं पहुंचती है।’डॉ. कंसल ने कहा, ‘न्यूरोसाइंस के क्षेत्र में तेजी से हो रही तरक्की के कारण न्यूनतम शल्यक्रिया वाली सर्जरी ने जटिल से जटिल बीमारियों के इलाज की पद्धति भी पूरी तरह बदल दी है। लिहाजा संपूर्ण टीम की मदद से व्यवस्थित स्पाइन सर्जरी में बेहतरीन परिणाम की उम्मीद की जाती है।’

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