134ए खत्म कर सरकार कर रही होनहार बच्चों के भविष्य से खिलवाड़: नफे सिंह राठी
* ऐसी जनविरोधी नीतियां बनाने का खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहे भाजपा
सिद्धार्थ राव, बहादुरगढ़।
नियम 134ए खत्म कर हरियाणा की भाजपा सरकार होनहार विद्यार्थियों को शिक्षा से वंचित रखना चाहती है। सरकार ऐसी नीतियां बनाकर होनहार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने पर तुली है। नियम 134 ए खत्म होने से प्रदेश के हजारों गरीब बच्चों की पढाई प्रभावित होगी। यह कहना है इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी का।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार की ओर से नियम 134 ए खत्म करना होनहार विद्यार्थियों के साथ घोर अन्याय है। 134ए के तहत गरीब बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा का अधिकार दिया गया था।
इस नियम के तहत निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत सीटें गरीब बच्चों के लिए आरक्षित रखी गई थी। इसे बाद में घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया गया और अब इस नियम को बिल्कुल ही खत्म कर दिया गया। उन्होंने कहा कि अभिभावकों और स्कूल संचालकों के बीच विवादों की आड़ लेकर लिया गया नियम 134ए को खत्म करने का निर्णय घोर गरीब विरोधी है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राज्य सरकार की मंशा शुरू से ही इस नियम को कमजोर करके खत्म करने की थी। इसीलिए ना तो कभी चयन प्रक्रिया को ठीक से अपनाया गया और ना ही कानून के अनुसार निजी स्कूलों को भुगतान किया गया।
इस नियम के तहत शिक्षा पाने वाले सभी विद्यार्थी दलित, गरीब और वंचित तबकों से हैं। इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी ने कहा कि नियम 134-ए के तहत प्राइवेट स्कूलों में गरीब छात्रों को प्रवेश देने के लिए 10 प्रतिशत कोटा निर्धारित किया गया था। इसके तहत छात्र प्राइवेट स्कूल में प्रवेश ले सकते थे और 12वीं तक की पढ़ाई पूरी कर सकते थे। अब इसे खत्म कर दिया गया है। हरियाणा सरकार ने 1 अप्रैल से शुरू हो रहे शैक्षिक सत्र से पहले बड़ा फैसला लेकर लोगों को परेशान करने का काम किया है। नियम 134ए खत्म करने से होनहार छात्रों का मनोबल टूटा है। इनेलो प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि हरियाणा सरकार को जल्द से जल्द 134ए को दोबारा से वापिस शुरू करना चाहिए, ताकि गरीब व होनहार छात्रों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार गरीब विरोधी नीति लागू कर जनता को परेशान करने पर तुली है। ऐसी नीतियां बनाने का खामियाजा भाजपा सरकार को आगामी चुनाव में भुगतना पड़ेगा।